शामली. गन्ने के बकाया भुगतान में तेजी नहीं आ रही है। तीनों चीनी मिल पर अब भी जिले के किसानों का 790 करोड़ रुपये बकाया है। ऐसे में किसानों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। थानाभवन चीनी मिल में 27 अप्रैल, ऊन चीनी मिल में चार मई और शामली चीनी मिल में गत 17 मई को पेराई सत्र का समापन हो गया था। तीनों चीनी मिल में इस बार कुल 322.08 लाख कुंतल गन्ने की पेराई हुई और राज्य परामर्शित मूल्य (एसएपी) के अनुसार कुल देय 1151.65 करोड़ रुपये रहा। इसके सापेक्ष अब तक सिर्फ 360.94 करोड़ रुपये का भुगतान ही हुआ है। बकाया भुगतान की प्रगति सुस्त है और पिछले 10 दिन में सिर्फ 22.71 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है
जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह का कहना है कि भुगतान में तेजी लाने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी भी जल्द कम भुगतान करने वाली चीनी मिलों के अफसरों के साथ बैठक करेंगे। इनमें जिले की तीनों मिल भी शामिल हैं। संभवत: शुक्रवार को जिलाधिकारी जसजीत कौर भी समीक्षा करेंगी। धान बुवाई का समय चल रहा है और फसल में काफी खर्च आता है। बच्चों के स्कूल-कालेज की फीस समेत अन्य तमाम खर्च हैं। ऐसे में किसानों को कर्ज ही लेना पड़ रहा है। हर बार किसानों को भुगतान के लिए धरने-प्रदर्शन करने पड़ते हैं। विलंब से भुगतान पर ब्याज भी नहीं मिलता है। मिलवार भुगतान और बकाये की स्थिति (पेराई सत्र 2021-22) चीनी मिल, भुगतान, बकाया (करोड़ रुपये में) शामली, 84.92, 289.75 ऊन, 123.29, 213.71 थानाभवन, 152.74, 287.25