शामली। शहर के टंकी रोड स्थित भैरव मंदिर की प्रॉपर्टी पर साधु संतों ने अपना मालिकाना हक जताया है। इसको लेकर दुकानदारों व साधु-संतों में विवाद होना शुरू हो गया है। शुक्रवार को दुकानदारों ने विरोध प्रदर्शन व हंगामा करते हुए व्यापारी नेता के नेतृत्व में डीएम का घेराव कर दुकानदारों की समस्याओं का समाधान करने की मांग की।

वहीं गांधी चौक स्थित भैरव मंदिर की दुकानों के दुकानदारों ने भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत से मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।

शहर के टंकी रोड स्थित भैरव मंदिर की संपत्ति टंकी रोड से लेकर गांधी चौक तक स्थित है। जिसमें पिछले 35 वर्षों से दुकानदार किरायेदार के रूप में व्यापार करते आ रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से दुकानें खाली कराने को लेकर दुकानदारों पर साधु संतों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। जिसको लेकर शुक्रवार को दर्जनों व्यापारी प्रदेश अध्यक्ष घनश्यामदास गर्ग के नेतृत्व में कलक्ट्रेट पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करते हुए डीएम का घेराव किया।

उन्होने बताया कि पिछले एक महीने से कुछ साधु संत अपने आप को भैरव मंदिर का संरक्षक बता रहे हैं और किराया बढाने का दबाव बनाया जा रहा है, जबकि दुकानदारों द्वारा दिसंबर माह तक का किराया प्रबंधक मंदिर कमेटी को जमा कराया जा चुका है। उन्होने मामले में जांच कराकर कार्यवाही करने की मांग की है।

वहीं अन्य दुकानदारों ने गांव सिसौली स्थित भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत के आवास पर पहुंचकर मामले की जानकारी दी। कहा कि तत्कालीन मठाधीश आजादनाथ ने दुकानों को बेचते हुए बैनामा किया था, लेकिन अब खाली करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होने मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।

डीएम का घेराव कर विरोध करने वालों में दुकानदार राजीव तायल, मयंक गुप्ता, मनीष बंसल, अनिल जैन, संजय जैन, ब्रजपाल, राज बहादुर, प्रभात कुमार, राजीव चौधरी, साहिल, राजेश कुमार, कविन्द्र, नितिन कुमार, राधेश्याम, मनोज आदि शामिल रहे।