शामली। शामली में मेरठ एसटीएफ और बदमाशों के बीच करीब 42 मिनट तक एनकाउंटर चला। एसटीएफ एसपी बृजेश ने बताया कि दोनों ओर से 30 से अधिक राउंड फायरिंग की गई।
पुलिस अफसरों का दावा है कि पिछले करीब 16 साल में पश्चिमी युपी की यह सबसे बड़ी मुठभेड़ है। बदमाशों ने 12 पुलिसकर्मियों की टीमों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में तीन बदमाशों को कार में मार गिराया, जबकि एक बदमाश कुछ दूरी पर ढेर किया।
एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में घायल इंस्पेक्टर सुनील पूर्व में पीएसी में कंपनी कमांडर थे।
पश्चिमी यूपी में वर्ष 2010 के दौरान कग्गा गैंग की दहशत थी। गैंग के सदस्य रंगदारी से लेकर अन्य वारदातों को अंजाम देते थे। खास तौर से गैंग की व्यापारियों में दहशत थी। वर्ष 2011 में कग्गा को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। उस समय ही इंस्पेक्टर सुनील कुमार एसटीएफ में आए थे। वह ददुआ, ठोकिया समेत कई के एनकाउंटर में शामिल रहे।