शामली। जिले में सड़क सुरक्षा और सुविधा को बढ़ावा देने के लिए पहले गोल चक्कर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। मेरठ-करनाल हाईवे और टपराना-शामली बाईपास को जोड़ने वाले मुख्य केंद्र पर पहले गोल चक्कर का निर्माण किया गया है। इस गोल चक्कर के बनने से लोगों को यातायात की सुविधाओं का अधिक लाभ होगा।
मेरठ-करनाल हाईवे और टपराना-शामली बाईपास को जोड़ने वाले मुख्य केंद्र पर जिले के पहले गोल चक्कर के निर्माण का कार्य पूरा हो गया है। जिले के दूसरे गोलचक्कर का निर्माण हरियाणा के हिसार की निर्माण एजेंसी कंडेला में कराएगी। कंडेला का गोल चक्कर टपराना से बड़ा होगा।
जिले में मेरठ-करनाल और पानीपत-खटीमा हाईवे को जोड़ने वाले टपराना में निर्माण एजेंसी द्वारा गोलचक्कर और क्रास जंक्शन का निर्माण कराया गया है। मेरठ-करनाल हाईवे की निर्माण एजेंसी की ओर से टपराना में जिले का पहला गोल चक्कर बनाया गया है। गोल चक्कर का निर्माण पूरा हो चुका है। हालांकि, निर्माण एजेंसी ने टपराना गोहरनी, सहारनपुर रोड पर अंबा विहार के सामने गति अवरोधक लगाकर बाईपास को बंद किया है। नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में मेरठ-करनाल हाईवे का टपराना- शामली बाईपास को जिला प्रशासन चालू कर सकता है। मेरठ-करनाल हाईवे और पानीपत-खटीमा हाईवे को जोड़ने वाले टपराना-कंडेला बाईपास का दूसरा गोलचक्कर कंडेला में बनेगा। हरियाणा की निर्माण एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर घनश्याम सिंह ने बताया कि पानीपत-खटीमा और टपराना बाईपास को जोड़ने के लिए कंडेला में बडा गोलचक्कर बनाया जाएगा। गोलचक्कर के लिए भूमि अधिग्रहित की जा चुकी है।
शामली। जिले में दिल्ली-शामली, सहारनपुर हाईवे का शामली बाईपास पर बलवा- शामली तहसील के सामने, मेरठ-करनाल हाईवे पर गोहरनी और बधेव गांव में गोलचक्कर, उपरिगामी पुल निर्माण की मांग लोगों की ओर से से की जा रही है। किंतु बागपत एनएचएआई की ओर से केंद्रीय सड़क मंत्रालय नई दिल्ली की ओर से चार उपरिगामी पुल और गोलचक्कर परियोजना की स्वीकृत नहीं होने से धनराशि अवमुक्त नहीं हुई है। डीएम बलवा- तहसील गेट के सामने एनएचएआई बागपत से डिजाइन रिपोर्ट तलब कर चुके हैं।