शामली. आगरा में निवेश के नाम पर 20 लाख रुपये जमा कराकर धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस ने एक साल बाद आरोपी कंपनी के संचालक को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को उसे जेल भेजा गया है। अभी तीन और आरोपियों की गिरफ्तारी शेष है। पुलिस का कहना है कि अन्य की धरपकड़ के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
कमला नगर निवासी विनोद कुमार शर्मा ने 26 अप्रैल 2021 को मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें कहा कि उनकी शामली निवासी अमित कुमार उर्फ प्रेम चौहान से मित्रता थी। अमित एक दिन पत्नी मानवी, बड़े भाई ईश्वर पाल सिंह और मित्र अजय कुमार के साथ उनके घर आए। बताया कि वह क्रिप्टो प्रॉफिट इन्फोटेक लिमिटेड के नाम से कंपनी चलाते हैं। इसमें पूंजी निवेश करने पर अच्छा लाभांश मिलता है। उनकी बातों पर विश्वास कर उन्होंने विभिन्न तारीखों में 20 लाख रुपये नकद और नेफ्ट के माध्यम से जमा कर दिए।
लाभ तो दूर, नहीं मिली रकम
अमित और अन्य लोगों ने आगरा, मेरठ, उत्तराखंड के रामनगर, और हिमाचल प्रदेश के चैल में सेमिनार करवाए। इसमें कंपनी का प्रचार किया। समय पूरा होने पर उन्होंने लाभांश सहित रकम की मांग की। मगर, सभी टालमटोल करने लगे। विनोद ने आरोप लगाया कि उन्हें जानकारी करने पर पता चला कि आरोपियों का एक गिरोह है। उन्होंने फर्जी कंपनी बना रखी है। लोगों से रकम जमा कराकर धोखाधड़ी करते हैं। आरोपियों ने रुपये वापस मांगने पर धमकी दी। इस पर पीड़ित ने तत्कालीन एसएसपी से शिकायत की, जिस पर धोखाधड़ी, अमानत में खयानत सहित अन्य धारा में मुकदमा दर्ज किया गया।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दी जा रही दबिश
थाना कमला नगर के प्रभारी निरीक्षक उत्तर चंद पटेल ने बताया कि मामले में विवेचना की जा रही थी। निवेश करने पर मुनाफे का लालच दिया गया था। फर्जी कंपनी बनाने का आरोप था। साक्ष्य संकलन किया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई। रविवार को मेरठ के थाना कंकरखेड़ा स्थित आर्क सिटी में किराये के मकान से अमित उर्फ प्रेम चौहान को गिरफ्तार कर लिया गया। वह शामली के थाना कैराना स्थित जसाला का रहने वाला है। आरोपी कंपनी का संचालक है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।