शामली। मांगों का निस्तारण किए बिना डिजिटल हाजिरी लगाने के निर्णय के खिलाफ शिक्षकों ने शासन के खिलाफ मोर्चा खोला। शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया, उसके बाद बीएसए कार्यालय पर एकत्र होकर नारेबाजी की और ज्ञापन दिया। जनपद के शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में चौथे दिन भी स्कूलों में काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया। स्कूलों में हाजिरी भी रजिस्टर में ही लगाई गई।

लगभग तीन बजे सभी स्कूल शिक्षक और शिक्षिकाएं संगठनों के साथ अपनी 15 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन लेकर बीएसए कार्यालय पहुंचे। कार्यालय पर शिक्षकों ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आगे की रणनीति पर चर्चा की। ज्ञापन में 15 हाफ डे लीव, 30 ईएल, अवकाश के दिनों में कार्य करने पर प्रतिकर अवकाश, कैसलेश इलाज सहित अन्य प्रमुख मांगे शामिल रही।

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष नितिन कुमार ने कहा कि सभी शिक्षकों को लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। सभी को एक से दो महीने का वेतन का प्रबंध करके चले। विभाग सभी तरीके से तोड़ने का प्रयत्न करेगा, अगर लड़ाई जीतनी है तो हिम्मत नहीं हारनी है। कोई स्कूल में चेकिंग के लिए आए तो किसी को भी टैबलेट नहीं खोलना है और न ही सिम डालनी है। उन्होंने कहा कि पहले पूरे प्रदेश के सभी विभागों में टैबलेट से हाजिरी लो, उसके बाद हम अपनी मांग पूरी होने के बाद हाजिरी लगाएंगे। उसके बाद सभी शिक्षकों ने प्रभारी बीएसए विकास कुमार को ज्ञापन दिया। जिलाध्यक्ष ने बताया कि सभी शिक्षक सोमवार को कलक्ट्रेट पर पहुंचकर डीएम को ज्ञापन देंगे।