शामली। जिले में सबसे पहले पेराई सत्र का समापन थानाभवन चीनी मिल में होगा। इसी माह के अंत में पेराई बंद हो जाएगी। जबकि ऊन और शामली चीनी मिल मई के पहले और दूसरे सप्ताह तक चलने की संभावना है।

नवंबर में तीनों चीनी मिल में पेराई सत्र शुरू हो गया था। अब तक 300 लाख कुंतल गन्ना चीनी मिल खरीद चुकी है। पिछले माह से ही खेत में खड़े गन्ने का सर्वे शुरू हो गया था। ऐसे में जिन किसानों के पास पर्चियों से अतिरिक्त गन्ना बचा है, उन्हें अतिरिक्त पर्चियां दिए जाने की व्यवस्था बनाई गई है।

जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि किसानों से पूरा गन्ना लेने के बाद ही सभी चीनी मिल में पेराई सत्र का समापन होगा। थानाभवन चीनी मिल में पेराई सबसे जल्दी बंद होने की संभावना है। इसके बाद ऊन और फिर शामली मिल में पेराई का समापन होगा। तीनों मिल क्षेत्र में खेत में खड़े गन्ने का सर्वे कराया गया और इसी हिसाब से किसानों को पर्चियां जारी की जा रही हैं। आगामी पेराई सत्र के लिए होने वाले गन्ना सर्वेक्षण को लेकर एक-दो दिन में विभाग अधिकारियों और चीनी मिल प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाएगी।

बता दें कि गन्ना आयुक्त ने 20 अप्रैल से 20 जून तक गन्ना सर्वेक्षण कराने के निर्देश दिए हैं और सर्वेक्षण नीति जारी की गई है। हालांकि जिले में एक मई से सर्वेक्षण शुरू हो सकता है। क्योंकि अभी तो गन्ने की बुवाई भी पूरी नहीं हुई है।

जिले में तीनों चीनी मिल ने अब तक 947.87 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा है। इसके सापेक्ष 185.66 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ और 762.21 करोड़ रुपये बकाया है।

मिलवार गन्ना क्रय की स्थिति

शामली, 91.38 मीट्रिक टन

ऊन, 87.97 मीट्रिक टन

थानाभवन, 120.65 मीट्रिक टन