शामली। अलीपुरा में लूट का पुलिस ने पांचवें दिन ही खुलासा कर दिया। पुलिस की जांच में घटना झूठी पाई गई। पुलिस ने बताया कि मेरठ निवासी अपने साढू को मुकदमें में फंसाने के लिए मुबारिक ने लूट की झूठी सूचना पुलिस को दी थी।
चौसाना चौकी क्षेत्र के गांव अलीपुरा में बीते सोमवार की रात्रि में मुबारिक ने कंट्रोल रूम को लूट की सूचना दी थी। सूचना पर एसपी अभिषेक झा सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। जिसके खुलासे को लेकर एसपी ने चार टीमों का गठन किया था। घटना के पांचवें दिन पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि तकनीकी जांच में लूट के संबंध में कोई तथ्य सामने नहीं आए। जिसके बाद मुबारिक से कड़ाई से पूछताछ की गई। अपने आपको फंसता देख मुबारिक ने लूट की झूठी सूचना देना कबूल कर लिया। मुबारिक ने पुलिस को बताया गया कि अपने साढू उम्मेद निवासी दौराला जिला मेरठ को फंसाने के लिए लूट का षड्यंत्र रचा। जिससे दबाव में आकर उम्मेद उसके ट्रक पर ड्राइवर का काम कर सके। जिसकी रिपोर्ट न्यायालय को भेजी जाएगी जिसके आधार पर वादी के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई होगी।
उम्मेद वर्ष 2016 में लूट के एक मामले में जेल गया था। जमानत पर जेल से छूटने के बाद मेहनत मजदूरी करने लगा। इसी बीच न्यायालय में तारीख पर नहीं जा सका तो कोर्ट ने गैरजमानती वारंट जारी कर दिया। पुलिस ने उम्मेद को जेल भेज दिया। इस बीच उम्मेद की जमानत नहीं हो सकी। उम्मेद ने जेल से मुबारिक निवासी अलीपुरा से संपर्क किया। मुबारिक ने उम्मेद से तय किया कि जमानत कराने पर उसका ट्रक चलाना होगा। जमानत के बाद अलीपुरा में मुबारिक का भूसे का ट्रक चलाने लगा। इस बीच उम्मेद को अलीपुरा में ही ट्रक चलाने के अधिक पैसे मिलने लगे तो उम्मेद दूसरे व्यक्ति के यहां मजदूरी करने लगा। मुबारिक के एतराज करने पर उम्मेद ने तितावी में ट्रक चलाना शुरू कर दिया। जिससे मुबारिक खफा था और उसे वापस जेल भिजवाने के लिए लूट का झूठा नाटक रचा।