शामली। नगरपालिका में अनयिमितताओं और गड़बड़ी होने की सभासदों द्वारा की गई शिकायतों की जांच शुरू हो गई है। तहसीलदार द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम नगरपालिका में जांच करने पहुंची और मामलों की जानकारी ली। नगरपालिका अधिकारियों ने जांच टीम को सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए 14 दिसंबर तक का समय मांगा है।

नगरपालिका के सभासद निशिकांत संगल, अनिल उपाध्याय, स्नेह और रेलपार निवासी शैलेंद्र निर्वाल द्वारा पिछले महीने डीएम रविंद्र सिंह को शिकायती पत्र देकर पालिका में स्ट्रीट लाइट में घोटाला होने, जलकल विभाग में पुराने सामान को खुर्द बुर्द करने, प्रशासक के कार्यकाल में स्वीकृत चार करोड़ से अधिक के विकास कार्यों को रोके जाने और डस्टबिन की खरीद समेत कई अन्य प्रकरणों में गड़बड़ी होने का आरोप लगाते हुए जांच कराने की मांग की थी। डीएम ने तहसीलदार सदर को जांच सौंपी थी। तहसीलदार सदर ने नायब तहसीलदार प्रशांत अवस्थी की अगुवाई में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया हैं।

शुक्रवार को नायब तहसीलदार राजस्व टीम के साथ शिकायतों की जांच करने नगरपालिका पहुंचे। उन्होंने पालिका अधिकारियों से इन प्रकरणों के बारे में जानकारी ली और संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा। पालिका अधिकारियों ने 14 दिसंबर तक सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने का समय मांगा। इस दौरान पालिका के ईओ रामेंद्र सिंह व अन्य पालिका अधिकारियों के अलावा शिकायतकर्ता सभासद अनिल उपाध्याय, निशिकांत संगल, शैलेंद्र निर्वाल व सलमान अहमद आदि मौजूद रहे।