शामली। जिला मुख्यालय से दूसरे राज्यों के पड़ोसी जिलों में देर रात आने-जाने के लिए यूपी रोडवेज की बसें और ट्रेनें नहीं होने यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यात्रियों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। वह प्राइवेट टैक्सी या अन्य डग्गामार वाहनों से मंजिल की ओर रवाना होते हैं।
जिला मुख्यालय से दिल्ली, सहारनपुर, पानीपत, करनाल, मेरठ, मुजफ्फरनगर आदि जिलों में आने जाने के लिए रात में रोडवेज बसें न मिलने से यात्री भटकते रहते हैं। रोडवेज बस अड्डे, करनाल और पानीपत जाने के लिए विजय चौक, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जाने के लिए गुरुद्वारा तिराहे पर यात्री भटकते रहते हैं। सहारनपुर जाने के लिए दिल्ली से आने वाली बसों के पर निर्भर रहना पड़ता है। ज्यादातर रोडवेज की बसें बड़ौत आकर रुक जाती हैं।
दिल्ली से सहारनपुर जाने वाली बसें बहुत कम आतीं हैं। यूपी रोडवेज के वरिष्ठ केंद्र प्रभारी राजेंद्र चौहान के मुताबिक करनाल जाने के लिए शाम छह बजे, मेरठ की शाम सात बजे, मुजफ्फरनगर शाम साढ़े सात बजे, पानीपत 8:30 बजे, सहारनपुर नौ बजे और दिल्ली जाने लिए रात दस बजे के बाद कोई बस सेवा नहीं है।
दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे मार्ग पर कुल 22 पैसेंजर, एक्सप्रेस ट्रेन चलतीं हैं। जिनमें 11 अप और 11 डाउन शामिल हैं। शाम को दिल्ली जाने के लिए शामली से कोई भी ट्रेन चार बजे के बाद नहीं है। दिल्ली के लिए कोई ट्रेन न होने से यात्री परेशान रहते हैं। दिल्ली से रात नौ बजे के बाद शामली के लिए कोई भी ट्रेन नहीं है। ट्रेन और यूपी रोडवेज की बस न होने से यात्रियों को लोनी और शाहदरा आकर प्राइवेट बस पकड़नी पड़ती है। दिल्ली से एक पैसेंजर ट्रेन 74023 शाम छह बजे कासिमपुर खेड़ी से साढ़े छह बजे दिल्ली चली जातीं हैं।
कैराना के सांसद प्रदीप चौधरी 74023 पैसेंजर ट्रेन को शामली और सहारनपुर तक संचालित करने की मांग कर चुके हैं। रेलवे स्टेशन अधीक्षक इकराम अली ने बताया कि दिल्ली से 11 बजे चलकर एक बजे आने वाली पैसेंजर ट्रेन स्थगित कर रखी है। यह पैसेंजर सुबह 4:20 बजे सुबह दिल्ली के लिए चलती है। इस ट्रेन का संचालन बंद किया गया है।