शामली। आजादी के 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में निवेशकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित तृतीय ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में जिले में 17 करोड़ के निवेश के प्रस्ताव आए हैं। जिसमें दो औद्योगिक इकाई जिले में स्थापित की जाएंगी। जिससे जिले में रोजगार के अवसर बढे़ंगे।

जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केंद्र के तत्वावधान में जनपद स्तर पर मिनी ग्राउंड सेरेमनी-3 का आयोजन कलक्ट्रेट के सभागार में किया गया। सांसद कैराना प्रदीप चौधरी, डीएम जसजीत कौर, सीडीओ शंभू नाथ तिवारी, अपर सांख्यिकी अधिकारी राजेंद्र कुमार व उद्यमियों ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का वर्चुअल संबोधन सुना। सांसद प्रदीप चौधरी ने कहा कि शामली के उद्यमी गैर जनपदों की अपेक्षा बहुत अनुभवी और ऊर्जावान है। यहां के उद्यमी सभी कार्यों में सहयोग भी प्रदान करते हैं। आज ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन सरकार ने किया है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के प्रेरणायी संबोधन से उद्योग जगत को प्रेरणा मिलेगी। जिस प्रकार से सरकार ने एक माहौल देने का काम किया है, आज उसी के चलते भारत आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है।

राजेंद्र कुमार अपर सांख्यिकी अधिकारी ने बताया कि इससे पूर्व वर्ष 2018 एवं वर्ष 2020 में आयोजित का ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में विभिन्न परियोजनाओं में जनपद के 9 उद्यमियों ने 249.84 करोड़ का निवेश किया था। जिससे 805 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ। आईआईए के अध्यक्ष अनुज गर्ग, साइमा व लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष अंकित गोयल, रिम एंड एक्सल मैन्युफैक्चरिंग के अध्यक्ष आशीष जैन आदि उद्यमी मौजूद रहे।

डिवाइन हॉस्पिटैलिटी एसोसिएट जिले में 13.5 करोड़ का निवेश करेगी। यह हॉस्पिटैलिटी व लॉजिस्टिक क्षेत्र में कार्य करती है। इससे सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा अतुल्य डिस्क प्राइवेट लिमिटेड ने 3.95 करोड़ का निवेश किया है। जिससे 25 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। यह इकाई कृषि उपकरण का निर्माण करेगी।

कार्यक्रम में 3 करोड़ से कम का निवेश करने वाली इकाईयों को सम्मानित करने के लिए भी बुलाया गया। मैसर्स सोनाली एग्रो इंडस्ट्रीज जिसने बैंक से 1.55 करोड़ का ऋण प्राप्त का खाद्य क्षेत्र की प्रोसेसिंग इकाई लगाई है। यह इकाई अफ्रीका से कच्चे काजू का आयात कर प्रोसेसिंग करती है और खाने लायक काजू की गुणवत्ता युक्त पैकिंग कर बाजार में उपलब्ध कराती है।

इसके अलावा मैसर्स पीपी कैटल्स फीड ने 25 लाख का निवेश किया है। यह इकाई मेडिकल क्षेत्र में उपयोग किए जाने वाले कॉटन का निर्माण करती है। तीन करोड़ से कम निवेश करने वाली इकाइयों द्वारा 28 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। इन दोनों इकाईयों के संचालक रिजुल गोयलव प्रवीन कुमार संगल को ओडीओपी उत्पाद गिफ्ट देकर सम्मानित किया। इसके अलावा उद्योग विभाग में संचालित ओडीओपी योजना के 10 लाभार्थियों को स्मार्ट फोन का वितरण किया गया।

जिले में एक हरियाणा की मल्टीनेशनल जूता निर्माता कंपनी 1000 करोड़ का निवेश करेगी। इसके लिए फिलहाल भूमि की तलाश की जा रही है। यदि ऐसा हुआ तो जिले के औद्योगिक विकास को पंख लग जाएंगे। रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।