शामली। जिले में तीन हाईवे, बाईपास और तीन एक्सप्रेसवे का जाल बिछने से विकास की इबारत लिखी जा रही है। हाईवे वे और एक्सप्रेसवे निर्माण पूरा होने से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, नेपाल सीमा और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों आम नागरिकों की आने जाने की राह आसान हो जाएगी।

जिले में दिल्ली-सहारनपुर, मेरठ-करनाल और पानीपत-खटीमा हाईवे व उनके बाईपास, दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर, अंबाला-शामली इकोनॉमिक कॉरिडोर एक्सप्रेसवे और नेपाल बोर्डर तक गोरखपुर से शामली तक 700 किमी लंबा इकोनॉमिक कॉरिडोर प्रस्तावित है। दिल्ली-सहारनपुर हाईवे बागपत के ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से सहारनपुर जिले के अंबाला-देहरादून बाईपास तक बनकर तैयार हो चुका है। हाईवे का दस किमी लंबा का बाईपास बन चुका है।

हाईवे पर रामपुर मनिहारन, शामली और सहारनपुर जिले की सीमा पर जंधेडी रेलवे फाटक, बलवा रेलवे फाटक पर रेलवे फ्लाईओवर कार्य बाकी है। पानीपत-खटीमा का हाईवे का पानीपत से बलवा गेट तक प्रथम चरण पूरा हो चुका है। दूसरा फेज बनत तहसील से मुजफ्फरनगर होते हुए बिजनौर तक युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है। दूसरे फेज में बनत बाईपास कार्य पूरा हो चुका है। 105 किमी लंबे मेरठ-करनाल हाईवे पर शामली जिले में युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है। करनाल बाईपास से बिड़ौली यमुना पुल तक हाईवे का कार्य पूरा हो चुका है। बिड़ौली यमुनापुल, बिडौली, म्यान कस्बा, केरटू, अहमदगढ़, झिंझाना गाड़ीवाला चौक, टपराना में फ्लाईओवर का निर्माण कार्य चल रहा है।

गुर्जरपुर टपराना से लेकर शामली तक आने वाला मेरठ-करनाल का दस किमी लंबा बाईपास और बाईपास की जद में मुंडेंट कलां में पूर्वी यमुनानहर पुल, बधेव-मुंडेट कलां, गोहरनी- शामली रेलवे फ्लाईओवर कार्य बाकी है। पानीपत-खटीमा और मेरठ- करनाल हाईवे को जोड़ने वाले टपराना और कंडेला बाईपास पर मिट्टी कार्य चल रहा है। दूसरी ओर दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर एक्सप्रेसवे का मुआवजा किसानों को वितरित हो जाने के बाद भूमि पर जिला प्रशासन और निर्माण एजेंसी ने कब्जा ले लिया है। हरियाणा के अंबाला से लेकर शामली तक आने वाला 121 किमी लंबाई का ग्रीन फील्ड इकोनामिक कॉरिडोर का ज्यादातर मुआवजा किसानों को बांटा जा चुका है।

इकोनॉमिक एक्सप्रेसवे की भूमि पर जिला प्रशासन निर्माण एजेंसी को कब्जा दिलाया जा रहा है। छह लेन का अंबाला-शामली, इकोनॉमिक कॉरिडोर के निर्माण के लिए थानाभवन चीनी मिल के पास गाजियाबाद की निर्माण एजेंसी ने भूमि लेकर अपना प्लांट स्थापित करना शुरू कर दिया है। अगले साल दिल्ली-देहरादून और अंबाला-शामली इकोनामिक कॉरिडोर का निर्माण तेजी से होगा। जिले में हाईवे, बाईपास और इकोनॉमिक कॉरिडोर एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने से जिले के विकास को पंख लगेंगे।