शामली। पानीपत-खटीमा और मेरठ-करनाल को जोड़ने वाले कंडेला-टपराना बाईपास यानी शामली का रिंग रोड अगले ढाई माह में बनकर तैयार हो जाएगा। कंडेला बाईपास का दूसरा गोलचक्कर टपराना के पास मिट्टी डालकर तैयार किया जा रहा है। इस बाईपास के चालू होने के बाद शामली का रिंग रोड बनकर तैयार हो जाएगा। शहर में पूरी तरह जाम खत्म हो जाएगा। दूसरे राज्यों और जिलों से आने वाले छोटे और बडे़ वाहन शहर के बाहर रिंग रोड और बाईपास से निकल जाएंगे।
जिले में दिल्ली-शामली, सहारनपुर हाईवे, मेरठ- करनाल हाईवे, पानीपत-खटीमा हाईवे के ज्यादातर सभी बाईपास बनकर तैयार हो चुके हैं। पानीपत-खटीमा, मेरठ-करनाल हाईवे को जोड़ने वाले कंडेला-टपराना बाईपास का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। टपराना के पास कंडेला बाईपास को मेरठ-करनाल हाईवे से जोड़ने के लिए नया गोल चक्कर बनाने के लिए मिट्टी डालकर समतल किया गया है।
हालांकि निर्माण एजेंसी के अफसरों का कहना कि अगले ढाई माह में बाईपास पर ताॅरकाल डालकर लेपन करने और अधूरे उपरिगामी पुल का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। कंडेला के पास उपरिगामी पुल को तोड़कर आधा मीटर ऊपर उठाकर निर्माण किया जाएगा। कंडेला-टपराना बाईपास का निर्माण करने वाली हिसार की कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर घनश्याम सिंह ने बताया कि अगले ढाई माह में जुलाई में कंडेला- टपराना बाईपास पूरी तरह बनकर तैयार होजाएगा। छोटे-बडे, हल्के और भारी वाहनों के लिए बाईपास को खोल दिया जाएगा। कंडेला में उपरिगामी पुल और टपराना में नए गोलचक्कर का कार्य अधूरा है।
दस साल पूर्व शहर में बाईपास और रिंगरोड न होने जाम की स्थिति बनी रहती थी। दिल्ली- शामली, सहारनपुर, मेरठ-करनाल और पानीपत खटीमा हाईवे के सभी बाईपास बन गए हैं। अगले दो माह में कंडेला-टपराना बाईपास का कार्य पूरा हो जाने शामली के रिंगरोड का कार्य पूरा हो जाएगा। जिससे हरियाणा के कुरूक्षेत्र- करनाल से आने वाले हलके और भारी वाहन टपराना के नए गोल चक्कर से शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, हरिद्वार, मेरठ, दिल्ली और कैराना होकर पानीपत और करनाल आ-जा सकेंगे। बाहर से आने वाले वाहनों को शहर के अंदर नहीं आना पडे़गा। जाम से भी मुक्ति मिलेगी।