शामली. भीषण गर्मी से फसलें भी प्रभावित हो रही हैं। काफी किसानों ने धान की नर्सरी लगा ली है और अन्य किसान लगा रहे हैं। गर्मी से पौधों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और पीलापन आ रहा है। कृषि वैज्ञानिकों की सलाह है कि रात के समय हल्की सिंचाई करते रहें। अधिक गर्मी से गेहूं की फसल भी प्रभावित हुई थी और अन्य सभी फसलों पर भी प्रभाव पड़ रहा है।
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डा. विकास मलिक ने बताया कि 25 मई से 30 जून तक किसान धान के बीज की बुवाई करते हैं, जिससे नर्सरी तैयार होती है। 20 से 25 दिन बाद पौधों की रोपाई की जाती है। मई जून में तापमान अधिक रहता ही है, लेकिन इस बार तो मार्च से ही गर्मी का प्रकोप अधिक है। तेज धूप और भीषण गर्मी में पौधों के खराब होने का खतरा अधिक होता है। नर्सरी के पौधों में पीलापन आने की काफी शिकायतें किसानों की आ रही हैं।
गर्मी के दुष्प्रभाव से फसल को बचाने के लिए हल्की सिंचाई ही उपाय है। दिन में धूप होती है, इसलिए शाम के वक्त ही सिंचाई करना बेहतर होता है। अगर दिन में सिंचाई करेंगे तो धूप में पानी गर्म होगा, जिससे पौधा खराब हो सकता है। अधिक तापमान को देखते हुए काफी किसान इस बार कुछ देर से नर्सरी तैयार करेंगे।