शामली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में 300 रेलवे क्रासिंग पर फ्लाईओवर या अंडरपास निर्माण की मुहर से शहर के धीमानपुरा और बुढ़ाना रोड रेलवे फाटक पर फ्लाईओवर-अंडरपास निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। शहर के बुढ़ाना रोड रेलवे फाटक मेरठ-करनाल हाईवे, शहर का धीमानपुरा रेलवे फाटक पानीपत-खटीमा और दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर स्थित है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहन दिल्ली से सहारनपुर होते हुए उत्तराखंड, मेरठ से शामली होकर हरियाणा, पंजाब, हिमाचल जाते हैं।
शहर के दोनों फाटकों पर फ्लाईओवरों का एस्टीमेट बनाकर प्रदेश शासन को भेजा था। शहर के धीमानपुरा रेलवे फाटक पर फ्लाईओवर का व्यापारियों के विरोध के चलते निर्माण नहीं हुआ था। मेरठ-करनाल हाईवे पर शहर के बुढ़ाना रोड पर चार साल पहले फ्लाईओवर स्वीकृत हुआ था। इस फ्लाईओवर के लिए उत्तर रेलवे ने धनराशि जारी कर दी गई थी। उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने प्रदेश सरकार को फ्लाईओवर का एस्टीमेट बनाकर शासन को भेजा था।
शासन से फ्लाईओवर को धनराशि अवमुक्त नहीं हो पाई थी। इसी बीच मेरठ-करनाल, दिल्ली-सहारनपुर,पानीपत खटीमा हाईवे एनएचएआई को हस्तांतरित किए जाने के बाद फ्लाईओवर लटक गया था। एनएचएआई की ओर से मेरठ-करनाल हाईवे पर शहर के बुुढाना रोड फाटक पर फ्लाईओवर स्वीकृत न करके बलवा में रेलवे क्रॉसिग पर फ्लाईओवर घोषित कर दिया था।
मुख्यमंत्री ने यूपी विधान सभा में कैबिनेट की बैठक में प्रदेश में 300 रेलवे क्रासिग पर फ्लाईओवर और अंडरपास निर्माण को मुहर लगाए जाने के बाद शामली में दो फ्लाईओवर-अंडरपास बनाए जा सकते हैं। इससे पूर्व आम बजट में रेलवे फ्लाईओवर के लिए धनराशि का प्रावधान हो चुका है। फ्लाईओवर के अभाव में शहर के दोनों रेलवे फाटकों पर आए दिन जाम लगा रहता है। शहर को जाम से मुक्ति के लिए दोनों फ्लाईओवर आवश्यक हैं। उत्तर रेलवे के यातायात निरीक्षक सुनील धीमान का कहना है कि कैबिनेट की मंजूरी के बाद फ्लाईओवर-अंडरपास की सूची 15 दिन के बाद रेलवे को मिलेगी।