शामली।   शहर के मोहल्ला कलंदरशाह निवासी नफीस राणा ने शुक्रवार को शहर कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि बृहस्पतिवार शाम करीब पांच बजे उसके मोबाइल पर कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने कैराना मार्ग स्थित एक स्कूल का अध्यापक बताते हुए अंबाला जाने के लिए कार की बुकिंग करना बताया। ट्रांसपोर्टर ने बुकिंग का रेट बताकर अपने पुत्र अहसान का यूपीआई नंबर देकर बुकिंग के पैसे भेजने को कहा। इसके बाद कॉल करने वाले व्यक्ति ने उसके पुत्र के नंबर पर पहले एक रुपया भेजा, जो प्राप्त हो गया।

इसके बाद फिर 50 हजार रुपये भेजने का मेसेज भेज दिया। इसके बाद कॉलर ने उसके पुत्र अहसान से कहा कि उसके पास गलती से पांच हजार की जगह 50 हजार रुपये चले गए। वह उसे दस हजार रुपये वापस डाल दे। अहसान ने पहले एक हजार रुपये और फिर नौ हजार रुपये कॉलर के नंबर पर भेज दिए। जांच करने पर पता चला कि अनीस के खाते में कोई रुपये नहीं आए थे। उसने समझा कि उसके पास पांच हजार रुपये बुकिंग को आ गए, इसलिए उसने अपने चालक अनीस निवासी मोहल्ला पंसारियान को फोन कर कार बुकिंग की जानकारी देते हुए स्कूल पर भेज दिया, लेकिन वहां पर कोई नहीं मिला।

चालक ने उस नंबर पर फोन से बात की तो उसने झांसे में लेकर पांच हजार रुपये भेजने के लिए चालक का यूपीआई नंबर ले लिया और उसे भी 50 हजार रुपये का मैसेज भेज दिया और कहा कि गलती से पांच हजार की जगह 50 हजार रुपये चले गए, इसलिए 45 हजार रुपये वापस कर दो। चालक ने कॉलर को 15 हजार रुपये भेज दिए। इस तरह से शातिर ने झांसे में लेकर 25 हजार रुपये ठग लिए।