शामली। जिला अस्पताल और उसे पीछे आवासीय काॅलोनी है। आवासीय काॅलोनी में सीएमओ, जिला अस्पताल की सीएमएस और अन्य चिकित्सक रहते हैं। जिला अस्पताल गांव मुंडेट के रकबे में स्थित होने के कारण नगरपालिका सीमा क्षेत्र से बाहर होने का हवाला देकर कूड़ा नहीं उठाती, जबकि ग्राम पंचायत की तरफ से नियमित रूप से कूड़ा उठाने की कोई व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं अस्पताल से रोजाना निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट को सुरक्षित रखने के लिए अलग से कक्ष तो बना है, लेकिन बायो मेडिकल वेस्ट कक्ष के बाहर बिखरा रहता है। इसी के बराबर में दो अन्य कक्ष बने है
जिसमें अस्पताल व आवासीय काॅलोनी से निकलने वाले कूड़े को इकट्ठा किया जाता है, लेकिन यह कूड़ा भी बाहर ही बिखरा रहता है। इसके अलावा परिसर में झाड़ झंकार खड़े हुए हैं। परिसर में खुले में कूड़ा बिखरा रहने से वहां पर दुर्गंध आती रहती है, जिससे अस्पताल में ही बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है। यह हाल तो तब है कि आवासीय कॉलोनी में सीएमओ और सीएमएस भी रहते हैं।
इस संबंध में सीएमएस डॉ. अंजू जोधा का कहना है कि अस्पताल से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट को ले जाने का ठेका मेरठ की संस्था को दिया गया है। वह सप्ताह में या दो तीन दिन के बाद ले जाती है। अस्पताल व आवासीय काॅलोनी में निकलने वाले अन्य कूड़ा करकट को उठाने की कोई व्यवस्था नहीं है। नगरपालिका ने नगर क्षेत्र से बाहर होना बताकर कूड़ा उठाने से स्पष्ट इंकार कर दिया है। ग्राम पंचायत मुंडेट के सचिव से इस संबंध में बात की गई है। अस्पताल स्तर से ही समय-समय पर कूड़ा उठवाया जाता है। उधर, नगरपालिका के ईओ रामेंद्र सिंह का कहना है कि जिला अस्पताल नगर क्षेत्र की सीमा से बाहर है, जिस कारण पालिका स्तर से कूड़ा नहीं उठाया जाता।