शामली : शामली में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां रिश्वत के एक मामले में खंड शिक्षा अधिकारी का नाम एफआईआर से गायब कर दिया गया। मामला तब शुरू हुआ जब खंड शिक्षा अधिकारी प्रिंसी कुमारी ने एक टीचर के बकाया भुगतान के लिए 10% कमीशन की मांग की।
.प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित टीचर विजय कुमार को खंड शिक्षा अधिकारी ने सहायक अध्यापक दिनेश कुमार से मिलने को कहा। दिनेश कुमार ने शुरू में 25,000 की मांग की, जो बातचीत के बाद 20,000 पर तय हुई। एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए दिनेश कुमार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
पीड़ित की शिकायत पर आदर्श मंडी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। हालांकि, मामले में एक बड़ा मोड़ तब आया जब एफआईआर से खंड शिक्षा अधिकारी प्रिंसी कुमारी का नाम गायब पाया गया, जबकि वह इस पूरे प्रकरण की मुख्य सूत्रधार थीं। पीड़ित टीचर ने इस मामले को उच्च अधिकारियों तक ले जाने का निर्णय लिया है।
एंटी करप्शन टीम की जांच में यह स्पष्ट होगा कि एफआईआर से खंड शिक्षा अधिकारी का नाम कैसे और किसके कहने पर हटाया गया। यह मामला शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अनियमितताओं को उजागर करता है।