कैराना। नौकरी दिलाने के नाम पर दो व्यक्तियों को दिल्ली ले जाकर आधार कार्ड व अन्य कागज लेकर कंपनी के नाम पर फर्जी बैंक खाता खुलवाकर आरोपियों ने दो साल के अंदर अरबों का लेनदेन कर लिया। आयकर विभाग से दोनों को नोटिस मिलने के बाद उन्हें धोखे का पता चला।
शामली के विवेक विहार टंकी काॅलोनी निवासी नरेंद्र कुमार और रेलपार निवासी संजीव मलिक ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, वित्त मंत्रालय और एसपी शामली को शिकायती पत्र भेज कर बताया कि 2018 में उनके पास कांधला के गांव नाला निवासी एक युवक आया था। दिल्ली में नौकरी लगवाने के लिए उन्हें अपने साथ ले गया। वहां पर आरोपी ने उनके आधार कार्ड व अन्य कागज ले लिए और एचडीएफसी बैंक में ले जाकर कई कागजों पर उनके हस्ताक्षर करा लिए।
कुछ दिन बाद नौकरी शुरू होने की बात कहते हुए घर भेज दिया। कई बार उन्होंने नौकरी की बात की, लेकिन आरोपी ने टाल दिया। उन्होंने अपने कागज वापस मांगे तो आरोपी टालमटोल करने लगा। पांच मार्च और 14 मार्च को उनके पास आयकर विभाग से नोटिस आया कि नरेंद्र ने अपने बैंक खाते से 2018-19 और 2019-20 में करीब 2.37 अरब की निकासी की और इतनी धनराशि ही जमा करा रखी है। संजीव मलिक ने भी दो सालों में 80.31 करोड़ जमा कराए और 80.23 करोड़ रुपये की निकासी की। आरोपी ने फर्म के नाम से दिल्ली एचडीएफसी बैंक में उनके नाम से खाता खुलवा कर लेनदेन किया। जबकि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है और न ही वे किसी कंपनी के प्रोपराइटर हैं।
पत्र में उन्होंने किसी उच्च एजेंसी से जांच कराकर आरोपी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।