शामली। किसानों के लंबे विरोध के बाद आखिर दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण शुरू हो गया है। इसके साथ किसानों की अधिग्रहीत भूमि की पैमाइश भी प्रशासन ने शुरू करा दी है। अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण होने पर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर एक्सप्रेसवे भारत माला परियोजना के तहत प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के मंत्री नितिन गडकरी ने वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले 13 हजार करोड़ रुपये की लागत के इस हाईवे के निर्माण की घोषणा की थी। वर्ष 2024 तक इसके निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया था। मुआवजे वृद्धि व अन्य मांगों को लेकर किसानों ने आंदोलन शुरू कर दिया था। वे निर्माण कंपनी को कार्य शुरू नहीं करने दे रहे थे। बुटराड़ा में 48 दिन तक किसानों ने धरना दिया था।
वहीं, बीती पांच सितंबर से भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में कलक्ट्रेट में बेमियादी धरना शुरू हो गया था। यहां भी किसानों की मुआवजे संबंधी समस्याओं के निस्तारण की मांग उठी थी। 13 सितंबर को पानीपत-खटीमा हाईवे पर चक्का जाम के बाद प्रशासन ने कई मांगों पर सहमति जताई थी। जिसके बाद राकेश टिकैत ने धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी थी। रविवार को बंतीखेड़ा में किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष व सचिव ने किसानों को अपने खेतों की पैमाइश कराने का आग्रह किया था। जिसके चलते सोमवार को लाडोमजरी व रायपुर गांव में किसानों की भूमि की पैमाइश करने राजस्व विभाग के लेखपाल मीनाक्षी चौहान और अमित पुंडीर पहुंचे। कई किसानों की भूमि की पैमाइश की गई। उधर, निर्माण कंपनी भी हाईवे के निर्माण में तेजी से जुट गई है। एडीएम संतोष कुमार का कहना है कि हाईवे निर्माण में अब कोई बाधा नहीं है। कार्य तेजी से होगा।
जिला प्रशासन और किसानों की बैठक में यह तय हुआ था कि यदि पैमाइश में किसी किसान की निर्धारित से अतिरिक्त भूमि अधिग्रहीत पाई जाएगी तो उसकी अतिरिक्त मुआवजा दिलाया जाएगा। प्रशासन उसके मुआवजे का आंकलन कर एनएचएआई को भेजेगा। वहां से अतिरिक्त मुआवजा जारी होगा।
डीएम जसजीत कौर ने सोमवार को निर्माणाधीन कलक्ट्रेट अनावासीय भवनों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। भवन का निर्माण पूरा करने की जानकारी की गई तो कार्यदायी संस्था के अवर अभियंता ने बताया कि कार्य दिसंबर तक पूरा होगा। डीएम ने कार्य तेजी से नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए नाराजगी जताई। वहीं, निर्माण जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। इसके बाद डीएम ने दिल्ली-सहारनपुर हाईवे के बाईपास का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रोजेक्ट मैनेजर को मानक के अनुसार कार्य को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त ग्राम बलवा के लोगों की समस्या का निस्तारण करने के निर्देश भी संबंधित को दिए गए। इस दौरान एडीएम संतोष कुमार सिंह, प्रोजेक्टर मैनेजर एनएचएआई के प्रतिनिधि मौजूद रहे।