शामली।  शनिवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे गांव गोगवान जलालपुर में किसानों ने दिल्ली-देहरादून हाईवे निर्माण कंपनी के कार्य को रुकवा दिया। किसानों ने मुआवजा न मिलने पर हंगामा प्रदर्शन करते हुए धरना शुरू कर दिया। किसानों ने बताया कि दिसंबर में दिल्ली देहरादून हाईवे निर्माण कंपनी के ठेकेदार ने गांव गोगवान जलालपुर के जंगल से होकर गुजरने वाले रजबहे को बंद कर दिया था, जिसमे पानी भरने से 24 से अधिक किसानों की करीब 240 बीघा गेहूं व सरसों की फसल में पानी भर जाने के कारण बर्बाद हो गई थी।

28 फरवरी को एसडीएम के आदेश पर नायब तहसीलदार व राजस्व विभाग की टीम ने निर्माण कंपनी के कर्मचारियों को मौके पर बुलाकर किसानों की बर्बाद फसल का मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया था, लेकिन किसानों को मुआवजा नहीं मिल पाया था। धरने की सूचना पर नायब तहसीलदार रविंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और किसानों से वार्ता की। किसानों ने मुआवजा मिलते तक धरना जारी रखने पर अड़े रहे। इसी बीच मुआवजा न मिलने से नाराज किसान विनोद शर्मा हाथ में डीजल तेल से भरी कैन लेकर मौके पर पहुंचे और मुआवजे का तत्काल समाधान नहीं होने पर तेल उड़ेलकर आत्मदाह की चेतावनी दे डाली।

मौके पर मौजूद नायब तहसीलदार व पुलिस के सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार के हाथ पैर फूल गए। आनन फानन में पुलिस ने विनोद शर्मा के हाथ से तेल की कैन को छीना। आत्मदाह की कोशिश करने की सूचना पर बाबरी थाना प्रभारी राजेंद्र प्रसाद भी पुलिस बल लेकर मौके पहुंचे और किसान विनोद शर्मा को समझाया। करीब तीन घंटे बाद किसानों व हाईवे निर्माण कंपनी के कर्मचारी सोमपाल शर्मा के बीच एक लाख 20 हजार 500 रुपये फसल मुआवजे की नकद धनराशि देने पर धरना खत्म हुआ। इस दौरान देवीशरण, मोनू, रामकिशन, कामी कश्यप, सुबोध कुमार, राजेश कुमार, अमरपाल, जगधन, देवव्रत, देवी सिंह आदि किसान मौजूद रहे।