शामली। शहर में घर-घर कूड़ा संग्रह करने वाली कंपनी के ठेके की स्वीकृत अवधि पूरी हो गई है। ठेका अवधि पूरी होने पर नगरपालिका अब कूड़ा संग्रह के लिए नई व्यवस्था लागू करने जा रही है। नई व्यवस्था के तहत घर-घर से कूड़ा संग्रह करने का शुल्क नागरिकों से वसूला जाएगा। अभी तक नगरपालिका अपने स्तर से ठेका कंपनी को करीब आठ लाख रुपये से ज्यादा का भुगतान हर महीने कर रही थी।
शहर में घर-घर से कूड़ा संग्रह करने के लिए नगरपालिका ने करीब दो साल पहले अजय कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम ठेका दिया था। तब से यह कंपनी शहर में घर-घर से कूड़ा संग्रह का कार्य कर रही है। पालिका की तरफ से कंपनी को 29.99 रुपये प्रति घर की दर से भुगतान कर रही है और नागरिकों से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। इस तरह हर महीने पालिका करीब 27 हजार घरों से कूड़ा संग्रह कराने के लिए आठ लाख रुपये से ज्यादा का भुगतान कंपनी को दे रही थी। कंपनी के ठेके की स्वीकृत अवधि मंगलवार को पूरी हो गई। अब नगरपालिका घर-घर से सूखा व गीला कूड़ा संग्रह करने का कार्य संस्थाओं के माध्यम से कराएगी। इस कार्य के लिए नागरिकों से निर्धारित शुल्क लिया जाएगा। पालिका ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रक्रिया पूरी होने तक नगरपालिका अपने स्तर पर घरों से कूड़ा संग्रह का कार्य करेगी।
नगरपालिका के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक आदेश सैनी ने बताया सहारनपुर की संस्था स्पेश (सोशल पैरेटी एक्टिव कचचरल एंड एजुकेशनल सोसायटी) से प्रायोगिक तौर पर पांच वार्डों में घर-घर से सूखा व गीला अलग-अलग कूड़ा संग्रह करने का अनुबंध हुआ है। अनुबंध के अनुसार संस्था वार्ड नंबर 3, 5, 21, 23 व 25 में कूड़ा संग्रह करेगी और नागरिकों को शुल्क देने के लिए जागरूक भी करेगी। कूड़ा संग्रह के लिए संस्था को पालिका अपने वाहन आदि संसाधन उपलब्ध कराएगी। बाकी 20 वार्डों में पालिका इसी तरह घर-घर से कूड़ा संग्रह कराने के लिए जल्द ही टेंडर निकालेगी। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने तक नगरपालिका अपने स्तर पर घर-घर से कूड़ा संग्रह का कार्य करेगी। नई व्यवस्था में जो भी संस्था कूड़ा संग्रह का काम करेगी, वहीं संस्था प्रति घर शुल्क का निर्धारण करते हुए उसकी वसूली करेगी। संस्था को नागरिकों से वसूले गए शुल्क और कूड़े का वजन आदि का पूरा ब्योरा हर महीने पालिका में दर्ज कराना होगा।
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 के तहत घर-घर से कूड़ा संग्रह कराने की सुविधा देकर नागरिकों से शुल्क लिए जाने का शासनादेश है। इस शासनादेश के तहत करीब तीन साल पहले पालिका की बोर्ड की बैठक में नागरिकों से शुल्क लेने संंबंधी प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन बोर्ड के सदस्य इस पर सहमत नहीं हुए थे, जिससे यह प्रस्ताव पारित नहीं हो सका था।
घर-घर से कूड़ा संग्रह करने पर नागरिकों से यूजर चार्ज लेने के शासन के निर्देश हैं। अभी तक अजय कंस्ट्रक्शन कंपनी को कूड़ा संग्रह का कार्य ठेके पर चल रहा था। उसकी अवधि 31 जनवरी तक थी, जो पूरी हो गई है। अब नगरपालिका संस्थाओं या कंपनी के माध्यम से घरों से कूड़ा संग्रह का कार्य कराएगी। जो भी संस्था यह कार्य करेगी, वहीं नागरिकों से यूजर चार्ज वसूल करेगी। शुरूआत में प्रायोगिक तौर पर पांच वार्डों सहारनपुर की संस्था से अनुबंध किया गया है। बाकी 20 वार्डों के लिए जल्द ही टेंडर निकाले जाएंगे।