शामली। पिछले दो साल में अच्छी बारिश से जिले के भूगर्भ जल स्तर में औसतन डेढ़ मीटर की बढ़ोत्तरी हुई है। इसके बावजूद शामली, ऊन, कांधला और कैराना ब्लाक अभी तक डार्क जोन से उभर नहीं पाए हैं। सिर्फ थानाभवन ब्लॉक ही सुरक्षित जोन में है।

एक दशक से ज्यादा समय से जिले में लगातार जल स्तर गिरने से जिले को डार्क जोन घोषित कर दिया गया था। जिससे कई क्षेत्रों में नलकूप और हैडपंप फेल हो गए थे। शासन ने डार्क जोन वाले जिलों में बिजली कनेक्शन देने पर प्रतिबंध लगा दिया था। सात साल पहले के जल निगम के आंकड़ों के मुताबिक जिले का औसत जलस्तर 22 से 27 मीटर नीचे चला गया था। जिसमें शामली ब्लाक में 20-26 मीटर, कैराना ब्लाक में 22 मीटर, ऊन ब्लाक में 23 मीटर, कांधला और थानाभवन ब्लाक में 18 मीटर नीचे तक जलस्तर पहुंच गया था।जिले में हैडपंप 140 से 220 फीट पर लगने लगे थे। हैडपंप लगाने के लिए 24 फीट के स्थान पर 80 फीट पर हैडपंप का पाइप भूमि में डाला जाने लगा। कांधला ब्लाॅक के दस और शामली ब्लाॅक के 16 गांवों में जलस्तर में 30 मीटर से लेकर 36 मीटर गिरावट दर्ज की गई थी। इसका प्रमुख कारण सबमर्सिबल से पानी का दोहन माना जाता है।

जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक पिछले दो सालों में जलस्तर में 1.52 मीटर बढ़ोत्तरी हुई है। कैराना ब्लाॅक में 1.27 मीटर, शामली ब्लाॅक में 0.33 मीटर, थानाभवन ब्लाक में 1.21 मीटर जलस्तर की बढोत्तरी हुई है। आंकड़ों के मुताबिक कांधला और ऊन ब्लाॅक मेें जलस्तर गिरता जा रहा है। कांधला ब्लाॅक के जल स्तर में बढ़ोत्तरी न होना चिंताजनक है। 0इस ब्लाॅक में जल स्तर 0.42 मीटर से लेकर 1.35 मीटर और ऊन ब्लाक में 0.20 से लेकर 0.63 मीटर तक गिरावट दर्ज होने का आंकड़ा सामने आया है।

सहारनपुर मंडल में भूगर्भ विशेषज्ञ आशीष कुमार ने बताया कि जिले का थानाभवन ब्लॉक जलस्तर के मामले में सुरक्षित है। कैराना ब्लाॅक का जलस्तर सुरक्षित के आसपास है। शामली-कांधला और ऊन अभी भी अतिदोहित श्रेणी में है।

सीडीओ शंभूनाथ तिवारी ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में जिले में अमृत सरोवर का निर्माण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, रिचार्ज सोक पिट गांव-गांव स्थापित हुए है। जिसके चलते भूगर्भ जलस्तर बढ़ा है। वाटर पुरस्कार के लिए जिले का नाम शासन स्तर पर भेजा गया है।

जल संरक्षण के लिए जिले में 2634 कार्य किए गए। जिनमें 179 तालाब निर्माण और पुनरुद्धार, 138 नाला खोदाई व जीर्णोद्धार, 1487 वृक्षारोपण संबंधी कार्य, 752 भूमि समतलीकरण और चकरोड के कार्य और 37 नहरों की सिल्ट सफाई कराई गई। 1233 रिचार्ज सोक पिट, 182 वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट पिछले कुछ वर्षों में कराया गया है।

ब्लाक मानसून से पहले वर्ष 2021 मानसून के बाद वर्ष 2021
कैराना 4.55 मीटर 21.52
कांधला 26.20 22.75
शामली 25.84 24.38
थानाभवन 13.82 12.55
ऊन 18.45 18.49
जिले का औसत जलस्तर 21-77 19.94

मानसून से पूर्व और मानसून के बाद मीटर में
ब्लाॅक मानसून से पहले वर्ष 2022 मानसून के बाद वर्ष 2022
कैराना 20.46 20.55
कांधला 25.78 24.10
शामली 24.64 24.05
थानाभवन 11.74 11.34
ऊन 18.65 19.12
जिले का कुल औसत 20.25 19.77