शामली। जिले में 31 साधन सहकारी समितियों के सभापति और उपसभापति के चुनाव में 22 समितियों में भाजपा काबिज हुई। गठबंधन को छह समितियों पर संतोष करना पड़ा। तीन समितियों में निर्दलीय प्रत्याशी काबिज हुए हैं।
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिले में करारी हार मिली थी। कैराना विधानसभा सपा के नाहिद हसन और शामली में रालोद के प्रसन्न चौधरी और थानाभवन विधानसभा सीट पर रालोद के अशरफ अली विधायक चुने गए थे। विधान सभा चुनाव के एक साल बाद सहकारी समितियों के संचालक, सभापति, उपसभापति के चुनाव हुए। समितियों के सभापति चुनाव में राजनीतिक दलों सिंबल पर नहीं लड़े गए, लेकिन फिर भी राजनीतिक दल इन चुनावों को लेकर गंभीर रहे। शामली, कैराना, कांधला, थानाभवन, ऊन ब्लाॅक में रुझान ज्यादातर भाजपा के पक्ष में गए। विपक्ष के पक्ष में सिर्फ लांक, कांधला, एलम, भभीभा और गढ़ीपुख्ता के नतीजे आए हैं।
जिले की 31 समितियों के सभापति चुनाव में भाजपाई 22 और गठबंधन के नेता छह समितियों पर काबिज होने का दावा कर रहे हैं। जबकि तीन समितियों पर निर्दलीय जीते हैं। कैराना ब्लाक की चार सहकारी समितियों में से तीन सहकारी समिति ऊंचागांव, भूरा, शेखूपुरा में भाजपा के सभापति निर्वाचित हुए। जबकि चौथी सहकारी समिति में कैराना नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन हाजी अनवर हसन समर्थित प्रत्याशी विजयी हुए। भाजपा समर्थित सभापति- उपसभापति भाजपा नेता अनिल चौहान के आवास पर पहुंचे। जहां उनका फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया।
इस्सोपुर खुरगान सहकारी समिति पर सभापति इमरान तथा उपसभापति तस्सवर निर्वाचित हुए। हसनपुर लुहारी साधन सहकारी समिति पर पिछले 25 सालों से भाजपा के ठाकुर सोमवीर सिंह गुट का कब्जा चला आ रहा है। हालांकि इस साल सपा और गठबंधन के नेता शेर सिंह राणा गुट ने हसनपुर लुहारी सहकारी समिति में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। भाजपा जिलाध्यक्ष सतेंद्र तोमर के मुताबिक भाजपा के पक्ष में चूनसा, शामली, सोंटा, हसनपुर लुहारी, अंबेहटा याकूबपुर, गढ़ी अब्दुला खां, जलालाबाद, यारपुर, हरड फतेहपुर, भैसानी इस्लामपुर, रायपुर, वेदखेड़ी, ऊदपुर, ऊन, बल्ला माजरा, दथेड़ा, शेखूपुरा, जसाला के परिणाम आए हैं। महावतपुर, याहियापुर, पुरमाफी में निर्दलीय सभापति और उपसभापति चुने गए हैं।