
गाजियाबाद. गाजियाबाद के मुरादनगर में सात दिन पूर्व डिडौली गांव से लापता हुए कृष्ण त्यागी (25) की गांव निवासी तीन युवकों ने मोनू, सुमित उर्फ छोटू और पुनीत उर्फ कालू ने गला दबाकर और बलकटी से गले पर वार कर हत्या कर दी। पूलिस पूछताछ में आरोपी ने सुमित ने बताया कि तीन साल पहले कृष्ण ने एक विवाद में उसके पिता अनिल की पिटाई कर दी थी। तभी से वह उससे रंजिश रखता था। मौका पर उसने उसको मार डाला।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि डिडौली गांव से 22 जनवरी की रात कृष्ण त्यागी लापता हो गया था। 24 जनवरी को परिजनों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 26 जनवरी को परिजनों ने गांव के मोनू और सुमित उर्फ छोटू के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस की टीम नामजद आरोपियों की तलाश में लगी थी। शनिवार को सूचना पर पुलिस गंगनहर सौंदा पुल के पास मोनू, सुमित उर्फ छोटू व पुनीत उर्फ कालू को गिरफ्तार कर लिया, तीनों भागने की फिराक में थे।
पुलिस ने उनकी निशानदेही पर सौंदा पुल के पास नहर से पीएसी के गोताखोरों की मदद से कृष्ण का शव बरामद कर लिया। हत्या के बाद आरोपियों ने प्लास्टिक के बोरे में बांधकर शव नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त बाइक और बलकटी भी बरामद किया है।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 22 जनवरी की रात करीब 11 बजे कृष्ण त्यागी गांव में कोल्हू पर गया था। इसी बीच वहां मोनू, सुमित उर्फ छोटू व पुनीत भी पहुंच गये। चारों ने एक साथ बैठकर शराब पी। जब कृष्ण अधिक नशे में हो गया तो सुमित ने गमछे से उसका गला दबा दिया।
बाकी दोनों उसके साथियों से उसे पकड़ लिया। आरोपियों ने बलकटी से मृत कृष्ण के गले पर कई बार प्रहार कर किये। इसके बाद बोरे में चार ईट डालकर शव को नहर में फेंक दिया। जिससे शव पानी में ऊपर न आ सके।
किसान मुनेश त्यागी के तीन बेटे सचिन, सुमित व कृष्ण हैं। कृष्ण परिवार में सबसे छोटा था, शनिवार को बेटे सुमित की सगाई थी, फरवरी में उसकी शादी है। कृष्ण का शव मिलने के बाद घर में मातम पसर गया।
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