बागपत। बड़ौत में राज्यमंत्री के सामने नगर पालिका प्रशासन पूरी तरह से नतमस्तक दिख रहा है। यही कारण है कि आम लोगों के मकानों के आगे से चबूतरे व सीढ़ियां तक तोड़ दी गई और राज्यमंत्री केपी मलिक का सड़क पर रखा जनरेटर अभी तक हटवाया नहीं जा सका। उधर, अतिक्रमण हटाने के नाम पर हुई पक्षपात पूर्ण कार्रवाई से लोगों में रोष पनपता जा रहा है।
नगर पालिका ने नई बस्ती में सड़क निर्माण कराने के लिए करीब 20 दिन पहले अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया था। अभियान के दौरान बुलडोजर चलवाकर सड़क किनारे व नाली के ऊपर बने चबूतरे व सीढ़ियां तुड़वाई। लोगों ने इतनी जल्दी अतिक्रमण हटाने का विरोध भी किया, मगर पालिका अफसरों व कर्मचारियों ने सख्ती करते हुए अतिक्रमण हटवा दिया।
आरोप है कि पालिका का यह अभियान राज्यमंत्री केपी मलिक के मकान के बाहर सड़क पर बने चबूतरे पर रखे जनरेटर को हटवाने में नाकाम हो गया। जहां राज्यमंत्री केपी मलिक ने पूरी तरह से सड़क पर अतिक्रमण किया हुआ है। वहां आगे व पीछे का अतिक्रमण तोड़ने के बाद कर्मचारी उसे छोड़कर चले गए।
हालांकि पालिका प्रशासन सड़क बनाने के दौरान जनरेटर हटवाने की बात कह रहा है। मगर जिस तरह से यह कार्रवाई की गई, उससे यह साफ हो गया कि नगर पालिका पूरी तरह से राज्यमंत्री के आगे नतमस्तक हो गई।
नई बस्ती में सड़क निर्माण होना है। इसलिए सड़क पर हुए अतिक्रमण को हटाया गया था। फिर ग्रैप-4 लगने पर कार्य नहीं हो सका। अब नाली निर्माण शुरू कराया गया है और राज्यमंत्री केपी मलिक के यहां से नालियों के ऊपर से अतिक्रमण हटवाया गया। सड़क पर जनरेटर के लिए बने चबूतरे को निर्माण शुरू होने से पहले हटवा दिया जाएगा। -बबीता तोमर, अध्यक्ष नगरपालिका बड़ौत।