शामली। कैराना में करीब एक माह पहले गांव भूरा में आठ वर्षीय बालक की मौत के मामले में सोमवार को नया मोड आया गया। बालक के पिता ने पत्नी और उसके प्रेमी पर बालक को जहर देकर मारने का आरोप लगाया। डीएम के आदेश पर उपजिला मजिस्ट्रेट व चिकित्सा अधीक्षक की मौजूदगी में बालक के शव को कब्र से निकालकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

27 जनवरी को गांव भूरा निवासी मनोज के इकलौते पुत्र आठ वर्षीय तनीष को पेट दर्द होने पर पानीपत के अस्पताल ले जाया गया था। जहां पर डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 28 जनवरी को गांव के ही श्मशान में बालक के शव को दफना दिया था। कुछ दिन पहले मनोज ने कोतवाली में तहरीर दी कि उसे आशंका है कि उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसके बेटे तनीष की जहर देकर हत्या कर दी, जिसके चलते शव का पीएम कराया जाये। पुलिस द्वारा मामले की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी गई।

बाद में डीएम ने उपजिला मजिस्ट्रेट व डाॅक्टर की मौजूदगी में शव को कब्र से बाहर निकलवा कर पीएम कराने के आदेश जारी कर दिए थे। जिसके बाद सोमवार को उपजिला मजिस्ट्रेट स्वप्निल यादव, सीओ अमरदीप मौर्य, चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. शैलेंद्र चौरसिया व कोतवाली प्रभारी विरेन्द्र सिंह कसाना गांव भूरा में श्मशान घाट पर पहुंचे तथा कर्मचारियों की मदद से बालक के शव को जमीन से बाहर निकाला तथा पंचनामा भरकर पीएम के लिए भेज दिया। वहीं मृतक बालक तनीष के पिता मनोज ने बताया कि उसकी पत्नी का पड़ोस के ही युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। बेटे की मौत के कुछ दिन बाद ही उसकी पत्नी अपने मायके चली गई थी। पोस्टमार्टम में बेटे की मौत का सही पता चल सकेगा।