सहारनपुर। सहारनपुर के तीतरों थाना क्षेत्र में जनवरी 2023 में मिले किशोरी के शव के अवशेष शामली के खोडसमा गांव की शाहीन पुत्री असलम के थे। जिसकी जलाकर हत्या की गई थी। करीब एक वर्ष चार माह बाद सहारनपुर पुलिस शव की पहचान कराने में कामयाब रही। इसमें सबसे अहम डीएनए सैंपल रहे। पुलिस ने जले शव के अवशेष और किशोरी के परिजनों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे, जिसमें दोनों में मिलान हुआ है।

शामली के चौसाना चौकी क्षेत्र के गांव खोडसमा निवासी शाहीन(16) पुत्री असलम 21 जनवरी 2023 को घर से लापता हो गई थी। इस मामले में परिजनों की तहरीर पर गांव के ही एक युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। हालांकि जांच में उसकी भूमिका नहीं मिलने पर पुलिस ने नए सिरे से पड़ताल शुरू की थी। सीसीटीवी के आधार पर गांव के एक अन्य व्यक्ति की पहचान हुई। जो किशोरी को अपने साथ कार में बैठाकर ले जा रहा था। उस व्यक्ति को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला।

एसएसपी सहारनपुर डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि 22 जनवरी को तीतरों क्षेत्र के खंडलाना गांव के बिटौड़े में एक किशोरी के शव के जले हुए अवशेष मिले। काफी प्रयास के बाद भी उसकी पहचान नहीं हुई। इसके बाद पुलिस ने 31 जनवरी को अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने मौके से सिर की पिन, चेन और कंगन बरामद किए थे।

पुलिस ने आसपास के जिलों से लापता लड़कियों के बारे में जानकारी जुटाई। इसके बाद सहारनपुर पुलिस खोडसमा गांव में असलम के घर पहुंची। जहां पर किशोरी के परिजनों को यह वस्तुएं दिखाईं, लेकिन परिजनों ने पहचानने से इनकार कर दिया था। फिर भी पुलिस ने परिजनों के डीएनए सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा। साथ ही शव के अवशेष के सैंपल भी भेजे गए।

अब सैंपल की रिपोर्ट आई तो पता चला कि वह शव शाहीन का ही था। जिसकी हत्या की गई थी। एसएसपी ने बताया कि किशोरी की गुमशुदगी शामली जिले में दर्ज है। हत्या का मुकदमा वहीं पर ट्रांसफर किया जाएगा। पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें मीडिया के माध्यम से पता चला है कि डीएनए टेस्ट का मिलान हो गया है, लेकिन पुलिस ने उन्हें जानकारी नहीं दी। बेटी की मौत का पता चलते ही परिजनों में मातम छा गया।