शामली। एलम नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष दीपा पंवार ने डीएम से शिकायत कर नगर पंचायत में वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया है। डीएम के निर्देश पर गठित टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। टीम का कहना है जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी।

दीपा पंवार ने डीएम अरविंद कुमार चौहान को बुधवार को शिकायती पत्र पत्र देकर आरोप लगाया था कि नगर पंचायत एलम में निविदाओं के नाम पर सरकारी धन हड़पने की नीयत से फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि शुक्रवार को 80 लाख 50 हजार 264 रुपये की निविदाएं खोली जानी है, लेकिन इनमें करीब 32 लाख 50 हजार 523 रुपये के करीब सात कार्य एक महीने से कराए जा रहे हैं। डंपिंग ग्राउंड शास्त्रीनगर में कूड़ा उठाने के लिए छह लाख 58 हजार 959 रुपये राज्यवित्त आयोग की धनराशि से निविदा मांगी गई है, लेकिन वहां पर कूड़ा नहीं है।

इसके अलावा छह लाख 24 हजार 928 रुपये की धनराशि से बिजली के पोल पर तिरंगा एलईडी लगाने का कार्य अक्तूबर माह में दीवाली से पूर्व कराया जा चुका है। दीपा पंवार ने एक ही कार्य का दोबारा भुगतान लेने की नीयत से निविदा आमंत्रित करने या फिर पहले से बिना टेंडर के ही कार्य कराए जाने का आरोप लगाते हुए डीएम से जांच कराकर कार्रवाई की मांग की।

बृहस्पतिवार को डीएम के निर्देश पर एसडीएम विनय प्रताप भदौरिया, तहसीलदार उमेश त्यागी, कानूनगो विपिन वर्मा और लेखपाल अंकित ने एलम में पहुंचकर जांच की। एसडीएम ने बताया कि शिकायतों के आधार पर जांच की गई है। जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी। उधर, डीएम का कहना है कि अभी जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

उधर, नगर पंचायत अध्यक्ष रीना उर्फ मेघा का कहना है कि शिकायतकर्ता से उनकी पुरानी पारिवारिक रंजिश चली आ रही है। इस कारण उन पर निराधार और बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं। 26 जनवरी के कार्यक्रम की तैयारी के लिए श्रमदान से साफ-सफाई का कार्य कराया जा रहा है।