शामली। अपर दोआब चीनी मिल पिछले 12 घंटे से नोकेन में चल रही है। गन्ना इकट्ठा करके रविवार को तीन बजे के बाद शामली चीनी मिल को चालू कर दिया गया। वहीं मिल की ओर से बंंदी का दूसरा नोटिस रविवार को जारी कर दिया गया। मिल बंदी का तीसरा नोटिस सोमवार को दिया जाएगा। 23 अप्रैल को चीनी मिल पेराई सत्र समाप्त करके बंद हो जाएगी। उधर, किसानों ने कहा कि अभी चीनी मिल को चालू रखना चाहिए ताकि बाकी बचे किसान भी गन्ना पेराई करा सकें।
शामली शुगर मिल को इस बार एक करोड़ क्विंटल से अधिक गन्ने की पेराई करनी थी, मगर शुरुआत में मिल के 8 सेंटर देवबंद तो 5 सेंटर मंसूरपुर ट्रांसफर कर दिए गए थे। इसके कारण करीब 80 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य था, मगर अभी तक शुगर मिल 73 लाख 70 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई कर चुकी है।
अपर दोआब चीनी मिल शामली 20 अप्रैल को पेराई सत्र समाप्त करने का पहला नोटिस जारी कर चुकी है। दूसरा मिल बंद करने का नोटिस 21 अप्रैल को जारी किया गया। शामली मिल के उप गन्ना महाप्रबंधक दीपक राणा ने बताया कि शामली चीनी मिल रविवार सुबह दो बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक नोकेन में बंद रही। गन्ना इकट्ठा करके शामली मिल को चलाया गया है। उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को शामली मिल का बंदी का तीसरा नोटिस जारी करके 23 अप्रैल को शामली चीनी मिल को बंद कर दिया जाएगा। जिले की थानाभवन और ऊन चीनी मिल अप्रैल के प्रथम सप्ताह में बंद हो चुकी हैं।
वैज्ञानिक डॉ. संदीप कुमार का कहना है कि इस बार गन्ने की फसल में लाल सड़क रोग लग गया था, जिसके कारण गन्ने की पैदावार कुछ कम रही। इस कारण किसानों को भी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा।
शामली चीनी मिल के गोहरपुर, झाल, कुड़ाना, नंगली जमालपुर, भैंसवाल द्वितीय, समसपुर आदि गन्ना केंद्र कुछ समय पूर्व ही त्रिवेणी शुगर मिल को ट्रांसफर किए गए थे। मिल के अधिकारियों ने बताया कि मिल गन्ना पेराई के अगले दिन ही किसानों को भुगतान कर रहा है। अभी तक 45 लाख 42 हजार रुपये का भुगतान किसानों को किया जा चुका है। प्रयास रहेगा कि किसानों को अगले दिन ही गन्ने का भुगतान कराया जाए ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो।