शामली। जिले में शामली, थानाभवन, ऊन गन्ना समितियों के प्रतिनिधियोंं, सदस्यों, उपसभापति, सभापतियों के चुनाव की तैयारियां शुरु हो गईं हैं। एआर काॅपरेटिव की ओर से प्रतिनिधियों के सर्किल गठन करने के बाबत आपत्तियां दर्ज करके सवाल उठाए जा रहे हैं।

शामली गन्ना विकास समिति के पूर्व अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अनंतिम क्षेत्र पर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि गत 9 सितंबर 2024 के सहकारी गन्ना विकास समिति शामली सामान्य, निकाय के गठन के लिए प्रतिनिधियों के निर्वाचन के अनंतिम अवधारणा किया गया है, उसमें न तो भोगौलिक दृष्टि का ध्यान रखा गया है और न ही क्षेत्रों के अवधारणा में प्रतिनिधियों की संख्या बराबर रखी गई।

बंतीखेडा परिक्षेत्र में मात्र 23 प्रतिनिधि रखे गए हैं। कुड़ाना क्षेत्र में मात्र 24, मालेंडी परिक्षेत्र में 36, ऊंचा गांव परिक्षेत्र में कुल प्रतिनिधियों की संख्या 32 रखी गई है। जो किसी भी दृष्टि में उचित नहीं है।

शामली गन्ना सहकारी समिति में प्रतिनिधियों की कुल संख्या 318 है जबकि प्रतिनिधि क्षेत्र 11 हैं। प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिनिधियों की संख्या 28-29 होनी चाहिए थी। सभी क्षेत्रों के निर्धारण करते हुए सबसे ज्यादा मालेंडी क्षेत्र में कुल प्रतिनिधियों की संख्या 36, बतीखेड़ा में 23 कुड़ाना में 24 रखी गई है। जिसमें एक क्षेत्र में 13 प्रतिनिधि अधिक होना व कम होना न्याय संगत नहीं है। अधिनियम के अनुसार सरकारी गन्ना विकास समिति शामली के सामान्य निकाय के गठन के लिए प्रतिनिधियों एवं प्रबंध कमेटी के सदस्यों के निर्वाचन के लिए दो जून 2023 निर्वाचन क्षेत्रों का अनंतिम अवधारणा किया गया था। जिस पर आपत्तियां मांगी गईं थीं।

आपत्तियां सुनने के बाद 17 जून को 2023 को सहकारी गन्ना विकास समिति शामली का अंतिम क्षेत्र अवधारण कर दिया गया था। गत 18 जून को 2023 के बाद चुनाव बीच में स्थगित कर दिए गए थे। अब चुनाव की पुन: प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिसमें 23 सितंबर 2024 से 17 अक्तूबर तक चुनाव संपन्न कराने के लिए कार्यक्रम घोषित किया गया है। आपत्तियों पर विचार करते हुए क्षेत्र निर्धारण गत 17 जून 2023 को हुए थे। उन्हें अंतिम मानते चुनाव कराया जाए। दूसरी ओर चुनाव अधिकारी एआर काॅपरेटिव शुभम मलिक का कहना है कि दर्ज कराई जा रही आपत्तियाें का एक सप्ताह में निस्तारित की जाएगी।

– शामली गन्ना सहकारी समिति के कार्यक्रम

प्रतिनिधियों के मतदान तीन अक्तूबर
सदस्यों का मतदान 16 अक्तूबर
उपसभापति- सभापति का मतदान- 17 अक्तूबर