शामली। अपर दोआब चीनी मिल शामली के बायलर से तीन मेगावाट क्षमता की टरबाइन का ज्वाइंट पाइप फट जाने से स्टीम से मिल के दो कर्मचारी झुलस गए। आनन फानन में मिल के अफसरों ने मौके पर पहुंचकर गंभीर रुप से झुलसे एक कर्मचारी को करनाल के अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। टरबाइन का स्टीम का ज्वाइंट पाइप फट जाने के बाद शामली चीनी मिल बंद हो गई । पूरे दिन शामली चीनी मिल बंद रही है। इंजीनियरो की टीम देर रात तक चीनी मिल की दूसरी तीन अन्य टरबाइन को टेस्टिंग करने में जुटी हुई थी।
अपर दोआब चीनी मिल नए पेराई सत्र में पहले बायलर खराबी से जूझ रही थी, बायलर की तकनीकी खराबी ठीक हो जाने के बाद पिछले दो सप्ताह से शामली मिल 50 हजार क्विटंल प्रतिदिन की पेराई क्षमता से चल रही थी। मंगलवार की सुबह सात बजे के लगभग शामली चीनी मिल के बायलर से तीन मेगावाट क्षमता की टरबाइन का ज्वाइंट पाइप फट जाने स्टीम से ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी बनत निवासी कबाड़ी बुरी तरह झुलस गया। पाइप फट जाने से दूसरा कर्मचारी भूपेंद्र निवासी टिटौली झुलस जाने से मिल परिसर में हड़कंप मच गया।
आनन फानन में चीनी मिल के यूनिट हैड प्रदीप सल्लार,चीनी मिल के चीफ इंजीनियर अनिल गुप्ता, मिल के सुरक्षा अधिकारी दिनेशपाल सिंह रावत, जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह गन्ना विभाग व मिल के दूसरे अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे गए। स्टीम से गंभीर रुप से झुलसे बनत के मिल कर्मचारी कबाड़ी को पहले शामली के निजी अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। इसके बाद कर्मचारी को नाजुक हालत में करनाल के हास्पिटल में भर्ती कराया गया। शामली चीनी मिल के बायलर से तीन मेगावाट क्षमता की टरबाइन का ज्वाइंट पाइप फट जाने के बाद शामली चीनी मिल बंद हो गई है। मंगलवार पूरे दिन शामली चीनी मिल बंद रही और गन्ना पेराई नहीं हो सकी। चीनी मिल को चालू करने के लिए दूसरी अन्य तीन टरबाइन को टेस्टिंग करने का काम चलता रहा। देेर शाम तक शामली चीनी मिल बंद है।
चीनी मिल के यूनिट हैड प्रदीप सल्लार ने बताया कि टरबाइन का ज्वाइंट पाइप फट जाने के बाद मिल कर्मचारी बनत निवासी कबाड़ी झुलसा है। दूसरा कर्मचारी भूपेंद्र निवासी टिटौली मामूली रूप से झुलस जाने के बाद उपचार कराकर घर भेज दिया है। उन्होंने बताया कि गंभीर रुप से झ़ुलसे बनत के कबाडी के उपचार के शामली मिल के दो डाक्टर नरेंद्र कुमार, अशोक कुमार को निगरानी में करनाल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद चीनी मिल की ओर से किसानों से गन्ना न लाने का मेसेज भेजकर अनुरोध किया है।
अपर दोआब चीनी मिल के बायलर से तीन मेगावाट क्षमता की टरबाइन का ज्वाइंट पाइप फट जाने और चीनी मिल के स्टीम से झुलसे कर्मचारी और चीनी मिल बंद होने की पूरी जानकारी ली। डीएम जसजीत कौर से किसान संगठनों के नेताओं ने मिलकर शामली चीनी मिल का गन्ना दूसरी चीनी मिलो को हस्तांतरित करने की मांग की। किसान नेता कुलदीप पंवार ने बताया कि डीएम जसजीत कौर ने आश्वासन दिया है कि 24 घंटे के बाद चीनी मिल के अफसरों को बुलाकर चीनी मिल की चालू होने की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। डीसीओ विजय बहादुर सिंह ने बताया कि शामली चीनी में चार टरबाइन है। मुख्य टरबाइन क्षति ग्रस्त होचुकी है। तीन टरबाइन को टेस्ट करके चीनी मिल चालू करने का ट्रायल किया जारहा है। मंगलवार की रात 9 बजे तक मिल चालू करने के संबंध में अफसरों ने अपनी रिपोर्ट देने का आश्वासन दिया है।
शामली चीनी मिल बंद हुई, किसान के खेत कैैसे खाली हो, गेहूं की बुआई होगी प्रभावित
शामली। टरबाइन का जॉइट पाइप फटजाने से झुलसे मिल के कर्मचारी और और शामली चीनी मिल बंद होजाने के बाद रालोद के सदर विधायक प्रसन्न चौधरी, भारतीय किसान मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवीर मुुंडेट, किसान नेता कुलदीप पंवार, अजित निर्वाल, विनोद निर्वाल समेत अन्य किसान शामली चीनी मिल में बायलर हाऊस में पहुंच गए। घटना स्थल का जायजा लेने के बाद शामली चीनी मिल के यूनिट हैड प्रदीप सल्लार उनके कार्यालय में मिले। चीनी मिल चालू होने की जानकारी प्राप्त की। किसानों को कहना था कि बायलर खराबी होने के बाद शामली चीनी मिल पहले से धीमी गति से चल रही थी। अब शामली चीनी मिल ने गन्ना पेराई की गति पकडी थी, यह हादसा हो गया। किसानों को खेत खाली नही हो पा रहे है। किसानों के सामने गेहूं बुआई की समस्या आ रही है। इस मौके पर चीनी मिल के गन्ना महाप्रबंधक सुशील खोखर, सहायक महाप्रबंधक केपी सरोहा, उपमहाप्रबंधक नरेश कुमार मौजूूद रहे।