शामली। महिला पहलवानों को रिहा किए जाने के बाद चौधरी राकेश टिकैत में गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे धरने की समाप्ति की घोषणा कर दी है। उन्होंने धरना स्थल से 11 जून को जनपद शामली के गांव भाज्जु में किसानों की महापंचायत बुलाने की घोषणा की है। जिसमें महिला पहलवानों के साथ हुए यौन शोषण और बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी न किए जाने से संबंधित मुद्दा उठेगा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बृजभूषण शरण के विरुद्ध पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किए जाने के बावजूद पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया। जिसके चलते जंतर-मंतर पर महिला पहलवानों ने धरना जारी रखा। महिला पहलवानों की मांगों के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत ने रविवार को किसानों के साथ दिल्ली संसद भवन के घेराव का आह्वान करते हुए वहां के लिए कूच किया था।
इस दौरान पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने महिला पहलवानों को धरने से उठाकर गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर ही धरना शुरू कर घोषणा की थी कि जब तक महिला पहलवान रिहा नहीं होती तब तक धरना जारी रहेगा। महिला पहलवानों की रिहाई के बाद उन्होंने गाजीपुर बॉर्डर धरना स्थल से घोषणा की कि 11 जून को जनपद शामली के थाना बाबरी क्षेत्र के गांव भाज्जू में किसानों की महापंचायत की जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस को जिसे गिरफ्तार करना चाहिए उसे वह करती नहीं है। जो गिरफ्तारी देने को तैयार है उन्हें पुलिस नहीं पकड़ती। जो बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, पुलिस उन्हें पकड़ रही है। उन्होंने कटाक्ष किया कि पुलिस का यह मकड़जाल समझ नहीं आ रहा।
चौधरी राकेश टिकैत ने बताया कि आने वाले 4 दिनों में लगातार किसानों की पंचायत आयोजन का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पहले से तय है। राकेश टिकैत ने बताया कि 29 मई को अमरोहा, 30 मई को फैजाबाद, 31 मई को लखीमपुर खीरी और 1 जून को अलीगढ़ के टप्पल में पंचायत होगी।