शामली। लखनऊ में गन्ना आयुक्त से रालोद नेताओं के प्रतिनिधि मंडल ने मिलकर शामली और मुजफ्फरनगर जिले की चीनी मिलों का बकाया संपूर्ण गन्ना भुगतान कराए जाने की मांग की। इस मौके पर किसानों कि मांग के अनुरूप इन मिल क्षेत्रों के गन्ना क्रय केंद्र स्थानांतरित किए जाने और जिन गांवों में दो मिलों के क्रय केंद्र स्थापित हैं, वहां पर गन्ना किसान का बांड उसकी इच्छा अनुसार परिवर्तित किया जाने की मांग की है।

मंगलवार को प्रदेश के पूर्व गन्ना राज्य मंत्री योगराज सिंह, थानाभवन के पूर्व विधायक राव अब्दुल वारिस के संयुक्त नेतृत्व में विकास शौरम, सोहनलाल इटावा, अनंग पाल इटावा, बबूल प्रधान सराय,उधम सिंह, ,राजीव, विनीत, मनोज भैसवाल, रविंद्र सिंह काकरान आदि किसानों का प्रतिनिधि मंडल लखनऊ में प्रदेश के गन्ना आयुक्त प्रभुनारायण सिंह से मिला। प्रतिनिधि मंडल ने गन्ना आयुक्त को अवगत कराया कि मुजफ्फरनगर जिले के भैसाना, शामली जिले की दोआब शुगर मिल शामली और बजाज शुगर मिल थानाभवन के किसानों का वर्ष 2022- 23 के पेराई सत्र का संपूर्ण सत्र का गन्ना मूल्य भुगतान नहीं किया गया है। जिससे किसान भुखमरी कि कगार पर हैं। किसान लगातार गन्ना भुगतान के लिए लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि बकाएदार चीनी मिलों को किसान गन्ना नही देना चाहता है।

शामली। जिले के लपराना, टपराना, फतेहपुर, सिभांलका, गुर्जरपुर, भैसवाल, हसनपुर समेत कई गांवों के किसानों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर अपनी चार सूत्रीय मांगो का ज्ञापन नायब तहसीलदार रविंद्र सिंह को सौंपा। जिसमें शामली चीनी मिल समय से चलवाए जाने और चीनी मिल की मरम्मत अच्छी तरीके से किए जाने और किसानों का बकाया गन्ना भुगतान दिलाए जाने की मांग की।