शामली। जिले में डेंगू लगातार कहर बरपा रहा है। डेंगू की चपेट में आकर एक ओर छात्रा की मौत होने से परिजनों में कोहराम मच गया। उधर जिला सूचना अधिकारी सहित कई अन्य लोगों को भी डेंगू की पुष्टि हुई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक नरेंद्र पांचाल की 17 वर्षीय पुत्री भूमि शहर के जैन कन्या इंटर कालेज में कक्षा 11 की छात्रा थी। गत एक सप्ताह पूर्व छात्रा को बुखार आया था। बुखार के मात्र दो दिनों के बाद ही उसकी अचानक हालत बिगड़ गई और मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
शनिवार देर रात छात्रा ने दम तोड़ दिया। छात्रा की मौत से परिजनों में कोहराम मच गई। रविवार को गमगीन माहौल में छात्रा के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
डेंगू से छात्रा की मौत के बाद गांव खेड़ीकरमू निवासी बिजेन्द्र पांचाल, सुभाष, सतीश पांचाल, संजय कश्यप, विनोद कुमार, मुकेश कश्यप, जयपाल, धर्मपाल, सुरेश आदि ने बताया कि मोहल्ले में हर घर में बुखार से पीड़ित मरीज है। शायद ही कोई घर ऐसा है, जिसमें बच्चे बुखार की चपेट में न आ रहे हैं। ग्रामीण सीएचसी शामली व जिला संयुक्त चिकित्सालय के चक्कर काट रहे है, लेकिन सरकारी अस्पतालों में मरीजों की कोई सुनवाई नहीं है। मोहल्ले में भी गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नालियों की साफ सफाई नहीं हो पा रही है। जिस कारण डेंगू का मच्छर पैदा हो रहा है।
जिलेभर में महीनेभर में बुखार और डेंगू से 10 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इन सबसे अंजान है। वजह सरकारी चिकित्सालयों के बजाय इन सब की मौत प्राइवेट अस्पताल या फिर जिले के बाहर के अस्पतालों में हुई है।
हैरत की बात यह है कि जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी पर डेंगू वार्ड बनाए गए हैं लेकिन हकीकत जानेंगे तो यहां एक भी डेंगू मरीज को भर्ती कर उपचार देने का काम नहीं किया गया है। ऐसे में पूरे जिले में बुखार व डेंगू का कहर जारी है। रविवार को भी चार से अधिक मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इनमें जिला सूचनाधिकारी, एक महिला, बुजुर्ग एवं युवक शामिल हैं।
डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह बात अलग है कि सरकारी अस्पताल के अलावा प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीजों के आंकड़े प्राप्त नहीं हो पाते। जिला अस्पताल में पिछले माह लगभग 25 डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी। अब यह आंकड़ा 30 को छूने वाला है।
रविवार को जिला सूचना अधिकारी दीपक कुमार को भी डेंगू होने की पुष्टि हुई है। पिछले दो दिन से तेज बुखार चल रहा था। इसके अलावा कैराना के तितरवाड़ा चुंगी निवासी 26 वर्षीय अंकित और मोहल्ला सरावज्ञान निवासी 30 वर्षीय महिला को बुखार आ रहा था। उनकी प्लेटलेट्स लगातार घट रही थी।
युवक की प्लेटलेट्स करीब 25 हजार व महिला की 50 हजार रह गई थी। इसके बाद नगर में ही शामली रोड पर स्थित एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां दोनों की डेंगू जांच कराई गई।
बताया कि दोनों की डेंगू जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों का उपचार चल रहा है। वहीं, दोनों मोहल्लों में लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। बता दें मोहल्ला सरावज्ञान में पूर्व में भी डेंगू पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं।
इसके अलावा मोहल्ला खैलखुर्द निवासी अध्यापक की पत्नी की पिछले दिनों पानीपत के निजी हॉस्पिटल में डेंगू से मौत हुई थी। उधर, सीएचसी के चिकित्साधीक्षक डॉ. शैलेंद्र चौरासिया का कहना है कि डेंगू पॉजिटिव मरीज मिलने का मामला संज्ञान में नहीं है। मोहल्ले में टीम को भेजकर जांच कराई जाएगी। इसके अलावा एंटी लार्वा का भी छिड़काव कराया जाएगा।