
शामली| जनपद शामली में बकाया गन्ना मूल्य भुगतान करने में तीनों मिल प्रबंधन फिसड्डी साबित हुई। अभी तक किसानों को सिर्फ 49.82 फीसदी ही भुगतान हुआ है जबकि शामली, थानाभवन और ऊन मिल पर किसानों का अभी भी 565.71 करोड़ रुपये बकाया है।
इसको लेकर बुधवार को किसानों ने जलालपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर आयोजित किसान दिवस में डीएम व डीसीओ के समक्ष जमकर हंगामा काटा। किसानों ने आगामी पेराई सत्र में किसी भी सूरत में शामली मिल को गन्ना देने से इंकार कर दिया है। साथ ही तीनों मिलों की गन्ना क्रय केन्द्र की कटौती करने की मांग की।
बता दें कि शामली मिल पर किसानों का 241. 78 करोड़ भुगतान बकाया है। मिल ने अभी तक सिर्फ 30.56 फीसदी ही भुगतान किया है। थानाभवन मिल पर भी 219.54 करोड़ और ऊन मिल पर करीब 104 .40 करोड़ भुगतान बकाया है।
इन मिलों ने क्रमश: 50.16 और 69.18 फीसदी ही भुगतान किया है। ऐसे में बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर किसान नेता कुलदीप पंवार, युवा नेता राजन जावला, आशीष चौधरी , विदेश मलिक और कपिल खाटियान आदि ने जमकर हंगामा किया।
किसानों ने दो टूक कहा कि बकाया गन्ना भुगतान न होने पर शामली सहित अन्य दोनों मिलों में आगामी पेराई सत्र में किसान गन्ने की आपूर्ति नहीं करेंगे।
किसानों ने इन मिलों के क्रय केन्द्रों में कटौती की भी मांग रखी। साथ ही शीघ्र बकाया गन्ना भुगतान न होने पर आंदोलन छेड़ने को भी चेताया। इस दौरान डीएम रविन्द्र सिंह ने डीसीओ विजय बहादुर सिंह को आगामी पेराई सत्र से पूर्व गन्ना भुगतान कराने के निर्देश दिए।
किसान दिवस में अक्सर जिले के अधिकांश किसानों की उपस्थिति रहती है। पिछले काफी समय से विकास भवन में ही किसान दिवस का आयोजन हुआ करता था, लेकिन बकाया गन्ना भुगतान को लेकर किसानों के उग्र रूप को देखते हुए प्रशासन ने इस बार विकास भवन के बजाए जलालपुर गांव स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र पर किसान दिवस का आयोजन किया। ऐसे में इस बैठक में कम ही किसान पहुंच पाए, फिर भी किसानों ने अपनी मांग को लेकर आक्रोशित दिखाई दिए।
बता दें इस समय शामली मिल के पास 29, बजाज मिल के पास 79 और ऊन शुगर मिल के पास जिले के 93 क्रय केंद्र हैं। इनसे गन्ने की आपूर्ति मिलों तक की जाती है। बकाया गन्ना भुगतान में लेटलतीफी की वजह से किसान पहले से ही शामली मिल के क्रय केंद्रों में कटौती की मांग कर रहे हैं।
संभावना जताई जा रही है कि आगामी अक्तूबर माह में गन्ना आयुक्त की अध्यक्षता में होने वाले गन्ना सुरक्षण की बैठक में इन तीनों मिलों के क्रय केन्द्रों में कटौती की जाएगी।
करीब तीनों मिलों के 20 से 25 क्रय केंद्रों की कटौती होगी, इनमें सबसे ज्यादा शामली मिल के क्रय केंद्र में कटौती कर दूसरे मिलों को आवंटित करने की योजना है। बता दें कि जिले में तितावी, खतौली और भैंसाना मिल के भी क्रय केंद्र संचालित हैं।
किसान दिवस पर अधिक से अधिक किसान को एफपीओ से जुड़ने तथा एफपीओ से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठाए जाने की बात कही। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों को निर्देशित किया की गन्ने के बीज की नई प्रजातियों का जो गन्ना मिल द्वारा स्वीकृत है उनका किसानों के बीच प्रचार-प्रसार कर उसकी विडियो बनायी जायें और अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचायी जाये। कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डॉ. सन्दीप चौधरी ने प्राकृतिक खेती के विषय में विस्तृत जानकारी दी तथा प्राकृतिक खेती के इनपुट व रसायन रहित उत्पादन का स्वास्थ्य पर मिलने वाले लाभ के विषय में विस्तार से बताया। किसान दिवस में उप कृषि निदेशक प्रदीप कुमार यादव, जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह, जिला कृषि रक्षा अधिकारी अमित कुमार मौजूद रहे।
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