शामली। धरना टालने की अपील करने बुधवार को भैंसवाल गांव गए अपर दोआब चीनी मिल के अफसरों को गुस्साए किसानों ने बंधक बना लिया। किसानों ने वर्तमान सत्र का संपूर्ण गन्ना भुगतान कराने की मांग की। चार घंटे तक अधिकारियों को किसानों ने बंधक बनाए रखा। इस दौरान चीनी मिल और गन्ना विभाग के अफसर मौके पर नहीं पहुंचे।

अपर दोआब चीनी मिल का पेराई सत्र समाप्त हुए 13 दिन बीत चुके हैं। मिल ने इस सत्र का सिर्फ गत 22 नवंबर तक गन्ना भुगतान किया है। बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर भैंसवाल गांव के किसानों ने चार दिन पूर्व चीनी मिल पहुंचकर चार घंटे से ज्यादा समय तक धरना दिया था। चीनी मिल के शीर्ष अधिकारी मौके पर न मिलने से नाराज किसान बकाया गन्ना भुगतान जल्द न किए जाने पर 26 मई से मिल पर धरना प्रदर्शन चेतावनी देकर गांव चले गए थे। मिल के एजीएम दीपक राणा ने किसानों को आश्वासन दिया था कि मिल के शीर्ष अधिकारियों व मालिकों तक उनकी मांग पहुंचाकर समस्या समाधान कराया जाएगा।

बृहस्पतिवार शाम चार बजे चीनी मिल एजीएम नरेश कुमार व उनके सहयोगी कंवरपाल भैंसवाल गांव में किसानों से वार्ता करने के लिए पहुंचे। वह किसानों से धरना टालने की अपील करने गए थे। इस दौरान गुस्साए किसानों ने उन्हें बंधक बनाकर अपने बीच बैठा लिया। किसानों ने बकाया गन्ना भुगतान किए का ठोस आश्वासन न मिलने पर देर रात्रि आठ बजे तक मिल के अफसर बंधक बने रहे। मिल अधिकारियों द्वारा 20 करोड़ रुपये का भुगतान प्रति माह देने की पेशकश किसानों ने ठुकरा दी है।
इसके बाद प्रोडक्शन मैनेजर सुशील चौधरी से किसानों की फोन पर वार्ता कराई गई। उन्होंने किसानों के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मिल मालिक से मिलाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद शाम आठ बजे किसानों ने मिल अधिकारियों को बंधन मुक्त किया। इस घटनाक्रम के दौरान मिल और गन्ना विभाग के अफसरों के मोबाइल बंद मिले। इस मौके पर भैंसवाल गांव के किसान उधम सिंह, जगमेहर, अनिरूद्ध, राजेंद्र, विकास, समेत अन्य किसान मौजूद रहे।