कैराना। मलकपुर गांव के पास रेत से भरे डंपर से कुचल कर बाइक सवार ईंट भट्ठा मजदूर फिरोज और उसकी आठ माह की बेटी की मौत हो गई। जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। आसपास के लोगों ने घायल पत्नी को सरकारी अस्पताल में पहुंचाया, जबकि ग्रामीणों ने पिता-पुत्री के शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि उनके गांव के बीच से रेत के डंपर नहीं निकाले जाए।
बृहस्पतिवार को कांधला क्षेत्र के गांव जिड़ाना निवासी 32 वर्षीय फिरोज अपनी पत्नी सलमा और 8 माह की बेटी के साथ बाइक द्वारा गांव रामडा में दवाई लेने गया था। फिरोज के चचेरे भाई शाहरुख ने बताया दवाई लेने के बाद फिरोज पास के ही गांव मलकपुर में अपनी रिश्तेदारी में चला गया। दोपहर करीब दो बजे फिरोज, पत्नी और बेटी के साथ बाइक से गांव लौट रहा था। गांव मलकपुर के पास पीछे से तेज गति से आ रहे रेत से भरे डंपर ने बाइक को अपनी चपेट में ले लिया। डंपर के नीचे कुचले जाने से फिरोज और उसकी बेटी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि सलमा गंभीर रूप से घायल हो गई।
घटना पर गुस्साए ग्रामीणों ने फिरोज और उसकी बेटी के शवों को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। हादसे और जाम की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। मलकपुर के ग्राम प्रधान आनंद सैनी और अन्य ग्रामीणों का आरोप था कि रेत के डंपर यहां से तेज गति से गुजरते हैं जिस कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। सपा विधायक चौधरी नाहिद हसन ग्रामीणों के बीच पहुंचे। नाहिद ने कोतवाली पुलिस को आरोपी डंपर चालक को जल्द पकडने, क्षेत्र के लगाए गए रेत के स्टाक की जांच कराने के साथ ही गांव के बीच से डंपर गुजरने पर रोक लगाने की मांग की। बाद में सीओ श्याम सिंह व एसडीएम स्वप्निल यादव भी मौके पर पहुंचे और रेत के स्टाक की जांच कराने का आश्वासन दिया। शाम साढ़े पांच बजे पुलिस द्वारा जल्द ही डंपर पकड़ने और कार्रवाई के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला।
सड़क हादसे का शिकार फिरोज ईंट भट्ठे पर मजदूरी करता था। बताया गया है कि मृतक के चार बच्चे हैं। अब उसके परिवार के समक्ष पालन पोषण की समस्या खड़ी हो गई है। लोगों ने पीड़ित परिवार को मदद की मांग प्रशासन से की है।